टीचर की सैलरी कितनी होती है? | Teacher ki salary kitni hoti hai

दोस्तों जब विद्यार्थियों के लिए करियर की बात हो तो इसमें इंजीनियरिंग और मेडिकल के अलावा भी कई विकल्प मौजूद है, और टीचिंग प्रोफेशन इसमें से एक मुख्य ऑप्शन है।

बहुत से विद्यार्थियों की पढ़ाने में रूचि होती है,और वे एक टीचर के रूप में करियर बनाने की इच्छा रखते हैं। 

वर्तमान में एक अच्छे स्कूल में टीचर बन जाना समाज में एक प्रतिष्ठित नौकरी के साथ-साथ अच्छी खासी सैलरी वाला काम भी है।

इसीलिए बहुत से विद्यार्थी टीचर बनना चाहते हैं, और उसी हिसाब से पढ़ाई करते हैं।

Teacher बनने या बनने की सोचने वाले विद्यार्थियों के मन में कई बार यह सवाल आता है कि एक टीचर की सैलरी कितनी होती है? या एक टीचर महीने का कितना कमाता है?

टीचर की सैलरी कितनी होती है?

आज यहां इस आर्टिकल में हम मुख्य तौर पर इसी के बारे में बात करेंगे कि एक टीचर की सैलरी कितनी होती है?

एक टीचर को महीने की कितनी तनख्वाह मिलती है? एक टीचर की सैलरी के बारे में हम यहां विस्तार से बात करेंगे।

आज हम जानेंगे

Teacher की सैलेरी कितनी होती है?

पीआरटी यानी कि प्राइमरी टीचर का मूल वेतन 35400 रुपए  प्रति माह और कुल वेतन  45,647 रुपए प्रति माह है, एक टीजीटी टीचर का मूल वेतन 44900 रुपए प्रति माह और कुल वेतन 56,246 रुपए प्रति माह है, और एक पीजीटी टीचर का मूल वेतन 47600 प्रति माह और कुल वेतन 59,042 रुपए प्रति माह होता है।

इसके अलावा यदि हम कॉलेज के टीचर यानी कि प्रोफ़ेसर की सैलरी की बात करें तो यह 55-57 हज़ार से शुरू होकर आगे लगभग ₹200000 प्रति महीने तक भी जाती है।

7th pay commission यानी सातवें वेतनमान के लागू होने के बाद से शिक्षकों को मिलने वाली सैलरी में बढ़ोतरी हुई है।

असल में जब हम टीचर की सैलरी की बात करते हैं तो इसमें PRT यानी कि प्राइमरी टीचर से लेकर टीजीटी और फिर PGT टीचर भी आ जाते हैं।

जाहिर है इन सभी की सैलरी में अंतर होता है। प्राइमरी टीचर जो होते हैं, वे प्राइमरी कक्षाओं के छात्र छात्राओं को पढ़ाते हैं।

सरकारी में primary teacher की सैलरी सबसे कम होती है, हालांकि फिर भी यह रकम अच्छी खासी है।

इसके बाद आते हैं tgt टीचर, और फिर पीजीटी शिक्षक की सैलेरी इनमें सबसे ज्यादा होती है।

इसके अलावा प्राइवेट स्कूलों में जो टीचर पढ़ाते हैं उनकी सैलरी भी अलग होती है।

सामान्यतः यह सरकारी टीचरों की तुलना में कम ही होती है, हालांकि बड़े और प्रतिष्ठित प्राइवेट स्कूलों के टीचर्स की सैलरी काफी ज्यादा भी हो सकती है।

इसके अलावा जैसा हमने ऊपर कहा, कॉलेज के टीचर्स की सैलरी सबसे ज्यादा होती है। अब एक-एक करके इन अलग-अलग टीचर्स की सैलरी देखते हैं।

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Primary teacher की सैलरी कितनी होती है?

Teacher में सबसे पहले प्राइमरी टीचर ही आते हैं, ये प्राइमरी कक्षाओं के विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं। प्राइमरी टीचर के सैलरी के कुल विवरण को देखें तो इसमें कुल वेतन लगभग 45,647 प्रति माह है।

इसमें मूल वेतन 35,400 प्रति माह है। सैलरी के साथ मिलने वाले अन्य भत्तों में महंगाई भत्ता (DA) लगभग 3,186 रूपए (कुल मूल वेतन का लगभग 9%), मकान किराया भत्ता (HRA) लगभग  8,496 रुपये (कुल मूल वेतन का लगभग 24%), परिवहन भत्ता (TA) लगभग यात्रा 3,600 रुपए, फिर TA पर DA, जो कि प्रदान किए गए टीए का 9% यानी लगभग 324 रुपए है।

इस तरह कुल मिलाकर इनका सकल वेतन 51,006 रुपय प्रति माह (लगभग) बनता है। 

पर पीआरटी शिक्षकों के सकल वेतन से हर महीने लगभग 5,359 रुपये की कटौती भी की जाती है। कटौती में निम्नलिखित चीजें शामिल होती है-

NPS (National pension system) यानी पेंशन योजना के लिए उम्मीदवार को उनकी वृद्धावस्था में सेवा देने के लिए सैलरी में से 3,859 की कटौती की जाती है।

फिर आयकर और जीआईए के लिए वेतन से आयकर के रूप में  लगभग 1500 रुपए की कटौती की जाती है। इस तरह से अंत में कुल वेतन बनता है।

TGT teacher की सैलरी कितनी होती है?

इसके बाद टीजीटी टीचर आते हैं जो कि सामान्यतः 6th से लेकर 8th कक्षा तक के बच्चों को पढ़ाते हैं।

टीजीटी टीचर की सैलरी के फुल विवरण को देखें तो इसमें कुल वेतन लगभग 56,246 प्रति माह है, इसमें मूल वेतन 44,900 रुपए प्रति माह है।

सैलरी के साथ मिलने वाले अन्य भत्तों में महंगाई भत्ता (DA) लगभग 4,041 रुपए (कुल मूल वेतन का लगभग 9%), मकान किराया भत्ता (HRA) मूल वेतन का 24% ( यानी लगभग 10,776 रुपये), परिवहन भत्ता (TA) लगभग 3,600, फिर TA पर  DA, प्रदान किए गए टीए का 9% यानी लगभग 324 रुपए है।

इस तरह कुल मिलाकर एक टीजीटी टीचर का सकल वेतन लगभग 63,641 रुपए प्रति माह का बनता है।

लेकिन टीजीटी शिक्षकों के सकल वेतन में से प्रति महीने लगभग 7,395 रुपये की कटौती की जाती है। कटौती में निम्नलिखित चीजें शामिल होती हैं –

NPS (National pension system) यानी पेंशन योजना के लिए उम्मीदवार को उनकी वृद्धावस्था में सेवा देने के लिए सैलरी में से 4,859 की कटौती की जाती है।

फिर आयकर और जीआईए के लिए वेतन से आयकर के रूप में  लगभग 2500 रुपए की कटौती की जाती है। इस तरह से अंत में कुल वेतन बनता है।

PGT teacher की सैलरी कितनी होती है?

इसके बाद PGT teacher आते हैं जो कि सामान्यतः 9th से लेकर 12th कक्षा तक के बच्चों को पढ़ाते हैं।

पीजीटी टीचर की सैलरी के फुल विवरण को देखें तो इसमें कुल वेतन लगभग 59,042 प्रति माह है, इसमें मूल वेतन 47,600 रुपए प्रति माह है।

सैलरी के साथ मिलने वाले अन्य भत्तों में महंगाई भत्ता (DA) लगभग 4,284 रुपए (कुल मूल वेतन का लगभग 9%), मकान किराया भत्ता (HRA) मूल वेतन का 24% ( यानी लगभग 11,424 रुपये), परिवहन भत्ता (TA) लगभग 3,600, फिर TA पर  DA, प्रदान किए गए टीए का 9% यानी लगभग 324 रुपए है।

इस तरह कुल मिलाकर एक पीजीटी टीचर का सकल वेतन लगभग 67,232 रुपए प्रति माह का बनता है।

लेकिन पीजीटी शिक्षकों के सकल वेतन में से प्रति महीने लगभग 8,190 रुपये की कटौती की जाती है। कटौती में निम्नलिखित चीजें शामिल होती हैं –

NPS (National pension system) यानी पेंशन योजना के लिए उम्मीदवार को उनकी वृद्धावस्था में सेवा देने के लिए सैलरी में से 5,190 की कटौती की जाती है।

फिर आयकर और जीआईए के लिए वेतन से आयकर के रूप में  लगभग 3,000 रुपए की कटौती की जाती है। इस तरह से अंत में कुल वेतन बनता है।

College के teacher की सैलरी काफी ज्यादा होती है?

कॉलेज के टीचर यानी की college के प्रोफेसर। अब प्रोफेसर में assistant professor, associate professor और professor आते हैं।

इनकी salary school के टीचर से काफी ज्यादा होती है। Assistant professors को entry level पर 57,000 से 67,000 रुपये तक की सैलरी मिलती है।

फिर associate professors या professors की entry पर सैलरी एक लाख रुपये प्रति महीने से अधिक की होती है।

वहीं सबसे उच्च level पर rationalized entry पर इनकी शुरुआती सैलरी 1,82,200 रुपए तक भी जाती है।

Conclusion

ऊपर दिए गए इस आर्टिकल में हमने बात की, कि टीचर की सैलरी कितनी होती है?

बहुत से विद्यार्थियों का लक्ष्य आगे चलकर एक टीचर बनने का होता है, ऐसे में उन्हें teachers की सैलरी के बारे में सही जानकारी होना जरूरी है।

यहां हमने प्राइमरी टीचर, फिर टीजीटी और पीजीटी टीचर के salaries के बारे में बात की है।

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