दोस्तों, हर विद्यार्थी अपने लिए जितना हो सके उतना अच्छा करियर बनाना चाहता है, कोई बड़ा डॉक्टर बनता है, कोई इंजीनियर तो कोई बिजनेसमैन।
इनके अलावा भी करियर में बहुत से विकल्प हैं। पर इन सभी में भारतीय प्रशासनिक सेवा में करियर बनाना यानी एक आईएएस या आईपीएस ऑफिसर बनना एक अलग ही गौरव की बात होती है।
वर्तमान में लाखों की संख्या में छात्र हर साल आईएएस, आईपीएस जैसे पदों पर चयनित होने के लिए सिविल सर्विस की परीक्षा में बैठते हैं।
लाखों छात्र यूपीएससी की तैयारी करते हैं, और इसके लिए उन्हें इस परीक्षा से संबंधित सभी सही जानकारी होना जरूरी है।
जो विद्यार्थी भविष्य में यूपीएससी देने की सोचते हैं उनके मन में कई बार यह सवाल आता है कि आखिर यूपीएससी में कितने पेपर होते हैं?
विद्यार्थी कई बार यह सुनते हैं कि यूपीएससी देश की सबसे कठिन परीक्षा है, ऐसे में इस परीक्षा में कितने पेपर होते हैं इसके बारे में जानने की इच्छा होना लाजमी है।
यहां इस आर्टिकल में हम इसी को अच्छे से जानेंगे। यूपीएससी में कुल कितने पेपर देने होते हैं? ये paper किन-किन विषयों के होते हैं? सभी चीज़ों को अच्छे से जानेंगे।
आज हम जानेंगे
यूपीएससी में कितने पेपर देने होते हैं?
UPSC Prelims में 2 papers और UPSC Mains में 9 papers होते हैं।
- UPSC prelims – General Studies 1 और CSAT
- UPSC Mains – Paper-A (Compulsory Indian Language), Paper –B (English), Essay, General Studies Paper I, General Studies Paper II, General Studie Paper III, and General Studies Paper IV, Optional Paper I और Optional Paper II
तो अगर सीधे-सीधे कहें कि UPSC की परीक्षा में कितने पेपर देने होते हैं तो इसका जवाब होगा कुल मिलाकर 11 papers.
पर असल में सिर्फ 11 पेपर कह देना पूरी तरह से सही नहीं होगा, क्योंकि यूपीएससी की परीक्षा तीन चरणों में आयोजित होती है, और उसमें से पहले दो चरणों में आपको अलग-अलग papers की परीक्षा देनी होती है।
यूपीएससी की परीक्षा के तीन चरण में, पहला यूपीएससी प्रीलिम्स, उसके बाद दूसरा यूपीएससी मैंस, और तीसरा चरण इंटरव्यू यानी साक्षात्कार का होता है।
प्रीलिम्स और mains में आपको अलग-अलग पेपर्स देने होते हैं।
अब एक-एक करके देख लेते हैं कि यूपीएससी प्रीलिम्स में कितने पेपर्स और फिर मेंस में कितने पेपर्स देने होते हैं।
upsc prelims mein kitne paper hote hain
प्रीलिम्स यूपीएससी की परीक्षा का पहला चरण होता है, इसे आप क्वालीफाइंग परीक्षा कह सकते हैं क्योंकि इसे पास करने के बाद ही उम्मीदवार आगे के चरणों के लिए जा सकता है जिसमें मेंस और फिर इंटरव्यू आते हैं।
Papers की बात करें तो यूपीएससी प्रीलिम्स में आपको दो पेपर देने होते हैं, और दोनों ही पेपर्स में आपको अच्छे अंक लाने पड़ते हैं।
- General Studies 1
- CSAT
सामान्य अध्ययन l
यूपीएससी प्रीलिम्स की परीक्षा का पहला पेपर, सामान्य अध्ययन 1 यानी की general studies 1 का होता है। जैसा किसके नाम में है इस पेपर में सामान्य अध्ययन से प्रश्न पूछे जाते हैं।
इस पेपर में पूछे जाने वाले प्रश्नों की बात करें तो यहां जनरल साइंस, भारत का इतिहास ( इसमें राष्ट्रीय आंदोलन का इतिहास ), राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की घटनाएं, भारत और दुनिया के भूगोल, भौतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति के बारे में, भारत के शासन संविधान और राजनीति, पर्यावरणीय पारिस्थितिकी और पर्यावरण से जुड़े सामान्य मुद्दे और इसके अलावा अन्य इस जैसे topics से प्रश्न रहते हैं।
यह पेपर 2 घंटे की अवधि का होता है, जिसमें कुल 100 प्रश्न होते हैं। सारे वस्तुनिष्ठ प्रकार के बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं हर प्रश्न दो अंको का होता है, और गलत ऑप्शन के लिए एक तिहाई अंक काटे भी जाते हैं
CSAT (सामान्य अध्ययन ll)
यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा का दूसरा पेपर CSAT का होता है। CSAT का पूरा नाम सिविल सर्विस एप्टीट्यूड टेस्ट (civil service aptitude test) होता है।
Prelims परीक्षा का यह दूसरा पेपर अर्हक होता है, जिसका मतलब है कि इसमें उम्मीदवार को न्यूनतम 33% अंक के साथ पास करना जरूरी है।
इस पेपर में उम्मीदवार के संचार कौशल के साथ साथ पारस्परिक कौशल, उसकी analyse करने की क्षमता, तार्किक तर्क, समस्या के समाधान करने और निर्णय लेने की क्षमता यानी कुल मिलाकर सामान्य मानसिक क्षमता को आंकने के हिसाब से प्रश्न रहते हैं।
Aptitude होने के कारण इसमें कक्षा 10 के स्तर के बुनियादी संख्या, जिसमें की संख्या और उनके संबंध उनके परिणाम के आदेश से संबंधित प्रश्न होते है।
फिर इसी में डाटा व्याख्या में चार्ट रेखांकन तालिका डाटा पर्याप्तता आदि से संबंधित प्रश्न होते हैं। यह परीक्षा भी 2 घंटे की और 200 अंकों की होती है।
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upsc mains mein kitne paper hote hain
यूपीएससी मैंस ही यूपीएससी के मुख्य परीक्षा होती है। यह प्रेलिम्स के मुकाबले कठिन होती है।
और इस परीक्षा के अंक ही सबसे ज्यादा मायने रखते हैं। Mains की परीक्षा डिस्क्रिप्टिव टाइप की होती है यानी आपको इसमें बड़े आंसर लिखने होते हैं।
अब सीधे पेपर्स की बात करें तो मेंस में कुल 9 पेपर होते हैं, जोकि निम्नलिखित हैं –
Paper A: अनिवार्य भारतीय भाषा
Mains का पहला और दूसरा पेपर भाषा का होता है जिसमें से इस paper A में आपको 18 भारतीय भाषाओं में से किसी भी एक भाषा को चुनना होता है और यह पेपर उस भाषा की परीक्षा होती है।
यह पेपर कुल 300 अंकों का होता है जिसमें 20 से 25 प्रश्न होते हैं। अच्छी बात यह है कि इस पेपर का अंक फाइनल रिजल्ट में नहीं जोड़ा जाता है।
Paper B: अंग्रेजी
Mains का दूसरा पेपर अंग्रेजी यानी कि इंग्लिश लैंग्वेज का होता है। पहले पेपर की तरह इसमें भी आपके अंग्रेजी भाषा के नॉलेज को परखा जाता है।
कि आप कितने सटीकता से इस भाषा का इस्तेमाल करते हैं इसमें शब्दावली आदि का इस्तेमाल करते हैं। यह भी 300 अंकों का होता है और लैंग्वेज होने के कारण इसके अंक भी मेन रिजल्ट में नहीं जोड़े जाते।
Paper I: निबंध
मेंस में पहले दो लैंग्वेज पेपर्स के बाद पेपर 1 निबंध का होता है। इसका मतलब है essay राइटिंग।
यह पेपर दो खंडों में होता है, और हर एक खंड में आपको एक विषय पर निबंध यानी कि ऐसे लिखना होता है। यह पेपर कुल मिलाकर ढाई सौ अंकों का होता है और उसके लिए 3 घंटे का समय दिया जाता है।
फाइनल रिजल्ट के लिए यह पेपर बहुत जरूरी है।
Paper II: सामान्य अध्ययन I
ये mains का चौथा पेपर हो जाता है, हालांकि इसका नाम सामान्य अध्ययन l है। इस पेपर में भारत की विरासत और इसकी संस्कृति और इसके अलावा विश्व और समाज के भूगोल और इतिहास से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
इसके अंतर्गत आने वाले दूसरे टॉपिक्स में विश्व इतिहास, आधुनिक भारत का इतिहास और इसकी विरासत, भारतीय समाज और भूगोल शामिल है। यह परीक्षा भी 3 घंटे के समय के साथ ढाई सौ अंकों की होती है।
Paper III: सामान्य अध्ययन II
यह mains का पांचवा पेपर हो जाता है। नाम से तो यह भी सामान्य अध्ययन ही है, पर जाहिर है इसमें अलग टॉपिक से प्रश्न पूछे जाते हैं।
इसके अंतर्गत मुख्य तौर पर भारत की राजनीति और संविधान और सामाजिक तत्वों से संबंधित प्रश्न रहते हैं। Included topics में भारतीय शासन और संविधान, भारतीय राज्य व्यवस्था, सामाजिक न्याय और अंतरराष्ट्रीय संबंध आते हैं।
यह पेपर भी 250 अंको का है।
Paper IV: सामान्य अध्ययन III
Yah यूपीएससी मैंस का 6th पेपर हो जाता है। सामान्य अध्ययन 3 में पर्यावरण इसकी सुरक्षा और आपदा प्रबंधन, आर्थिक विकास, प्रौद्योगिकी और जैव विविधता से संबंधित प्रश्न रहते हैं। यह भी 3 घंटों में ढाई सौ अंकों का पेपर होता है।
Paper V: सामान्य अध्ययन IV
यह भी जनरल स्टडी का ही पेपर होता है। इस पेपर में उम्मीदवार की अखंडता और योग्यता के साथ-साथ नैतिकता को आने वाले प्रश्न रहते हैं।
इस पेपर में भावनात्मक बुद्धि, शासन में संभावना, सार्वजनिक और लोक सेवा प्रशासन में नैतिकता और मनोवृति से संबंधित प्रश्न रहते हैं।
Optional paper 1 और Optional Paper 2
ये दोनों papers वैकल्पिक I और वैकल्पिक II विषय होते हैं। इसका मतलब है कि उम्मीदवार कोई भी वैकल्पिक विषय चुनकर इसमें उसकी परीक्षा दे सकता है।
वैकल्पिक विषयों में अर्थशास्त्र, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, भूगोल, भूगर्भशास्त्र, इतिहास, कानून, असमिया, कृषि विज्ञान, पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान, मनुष्य जाति का विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, असैनिक अभियंत्रण, वाणिज्य और लेखा
फिर बंगाली, डोगरी, अंग्रेज़ी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, Odia, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तामिल,तेलुगू, उर्दू, गणित, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, चिकित्सा विज्ञान, दर्शन, भौतिक विज्ञान, राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय, मनोविज्ञान, सार्वजनिक प्रशासन, नागरिक सास्त्र, आंकड़े, प्राणि विज्ञान आदि आते हैं।
UPSC Interview में क्या पूछा जाता है?
तो इस तरह से प्रीलिम्स के दो और मैंस के 9 पेपर मिलाकर उम्मीदवार को कुल मिलाकर 11 पेपर देने होते हैं। पर सिर्फ इतना ही नहीं है।
Prelims और mains पास करने के बाद इंटरव्यू होता है। इंटरव्यू में कोई पेपर तो नहीं देना होता लेकिन यह यूपीएससी की परीक्षा का सबसे कठिन चरण होता है। इसमें पूर्व आईएएस अधिकारी आपका इंटरव्यू लेते हैं जिसमें वह किसी भी क्षेत्र से प्रश्न पूछ सकते हैं।
Interview भी 275 अंको का होता है। तीनों चरण पार करने के बाद आप आईएएस या आईपीएस आदि के लिए चुने जाते हैं।
UPSC का पहला चरण यूपीएससी प्रीलिम्स होता है जिसमें General Studies 1 और CSAT 2 paper देने होते हैं।
UPSC Mains में दूसरा पेपर इंग्लिश का होता है, जो हर किसी के लिए अनिवार्य होता है। हालांकि यह पेपर सिर्फ qualifying होता है, यानी इसमें आपको 33% से ज्यादा अंक लाने होते हैं।
यूपीएससी में कुल 11 पेपर देने होते हैं जिसमें अलग-अलग सब्जेक्ट होते हैं। सामान्य विषयों में यूपीएससी के लिए करंट अफेयर्स और जनरल अवेयरनेस का अच्छा ज्ञान होना चाहिए।
Optional Paper में आपको 2 paper चुनने होते हैं। हालांकि ऑप्शनल पेपर चुनने के लिए आपके पास 20 से भी ज्यादा सब्जेक्ट के option होते हैं।
Conclusion
ऊपर दिए गए इस आर्टिकल में हमने बात की है कि यूपीएससी की परीक्षा में कितने पेपर होते हैं? लाखों युवा आईएएस आईपीएस जैसे पदों पर नौकरी पाने के लिए यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करते हैं।
ऐसे में उन्हें इस परीक्षा से संबंधित सारी जरूरी बातें पता होनी चाहिए, और सारे papers और सिलेबस की जानकारी सबसे मुख्य होती है।
Akash, Padhaipur के Writter है। इन्होंने 2020 में अपनी M.A (हिंदी) की पढ़ाई पूरी की।इनको किताबें पढ़ने का बहुत शौक़ है, इसके अलावा इन्हें लिखना भी बहुत पसंद है।