इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि GNM के बाद डाक्टर कैसे बनें? GNM के बाद डाक्टर कैसे बन सकते हैं?
दोस्तों एक profession के रूप में doctor की लोकप्रियता से हम सभी वाकिफ हैं।
बहुत से विद्यार्थियों का सपना एक डॉक्टर बनने का होता है।
Medical के क्षेत्र में करियर बनाने की सोचने वाले बहुत से विद्यार्थी 12वीं के बाद GNM (General Nurse and Midwifery) का कोर्स करते हैं, जिसके बाद वे नर्स बन सकते हैं।
GNM कर लेने के बाद बहुत से विद्यार्थियों की यह इच्छा होती है और उनके मन में यह सवाल आता है कि वे GNM के बाद डाक्टर कैसे बनें? या GNM के बाद डॉक्टर कैसे बना जा सकता है?
इस आर्टिकल में हम इसी के बारे में बात करेंगे कि GNM के बाद डाक्टर कैसे बनें?
अगर आप जीएनएम कोर्स करने के बाद डॉक्टर बनने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक पूरा पढ़ें।
आज हम जानेंगे
GNM के बाद डाक्टर कैसे बनें?
- GNM के बाद डॉक्टर आप NEET पास करके और फिर MBBS या इसके समकक्ष के किसी कोर्स में दाखिला लेकर उसे पूरा करके बन सकते हैं।
- या फिर आप GNM के बाद 2 साल का post B.Sc Nursing कोर्स, उसके बाद M.Sc और फिर उसके बाद PhD करके एक डॉक्टर बन सकते हैं।
यानी कि जीएनएम करने के बाद अगर आप एक डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो आपके पास इसके लिए दो तरीके हैं।
इसमें से एक, डॉक्टर बनने का सीधा तरीका है।
और दूसरे तरीके को आप डॉक्टर बनने का इनडायरेक्ट तरीका कह सकते हैं।
इन दोनों तरीकों के बारे में विस्तार से बात करने से पहले थोड़ा सा यदि हम जीएनएम कोर्स की बात करें तो, इसका पूरा नाम जनरल नर्स मिडवाइफरी (General Nurse Midwifery) होता है।
यह एक डिप्लोमा लेवल का मेडिकल कोर्स है।
और जैसा कि हम इसके नाम से ही समझ सकते हैं, इस कोर्स को करने के बाद उम्मीदवार नर्स बन सकते हैं।
अब बहुत से विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो जीएनएम का कोर्स कर लेते हैं लेकिन उसके बाद वे एक नर्स के रूप में करियर न बनाकर एक डॉक्टर के रूप में करियर बनाना चाहते हैं।
GNM कोर्स करने के बाद डॉक्टर बना जा सकता है, और इसके लिए विद्यार्थियों के पास दो विकल्प होते हैं जिनके बारे में हमने ऊपर बात की है।
अब हम उन दोनों विकल्पों को एक-एक करके समझ लेते हैं।
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GNM के बाद डाक्टर Entrance Exam देकर डॉक्टर कैसे बनें?
GNM कोर्स करने के बाद यदि आप डॉक्टर बनना चाहते हैं तो इसका एक तरीका (indirect) है कि, GNM करने के बाद आप MBBS, BDS, BAMS आदि जैसे कोर्स में दाखिला लेने के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षाओं को पास करें।
फिर किसी अच्छे मेडिकल कॉलेज में इनमें से किसी कोर्स में दाखिला लें।
उस कोर्स को पूरा करें और फिर आप doctor बन जाएंगे।
एक डॉक्टर बनने के लिए सामान्य प्रक्रिया यही होती है।
जिन विद्यार्थियों की शुरुआत से ही डॉक्टर बनने की इच्छा होती है, वे 12वीं के बाद ही medical entrance exams में बैठते हैं, एग्जाम को क्लियर करते हैं, उसमें आए रैंक के हिसाब से उन्हें कॉलेज और कोर्स चुनने का विकल्प मिलता है, वे कोर्स पूरा करते हैं और फिर एक डॉक्टर बनते हैं।
Medical Entrance Exams में सबसे popular नाम NEET है, जो राष्ट्रीय स्तर पर हर साल मेडिकल कोर्सेज में दाखिले के लिए NTA द्वारा आयोजित की जाती है।
इसके अलावा अन्य entrance exams भी हैं। इनमें
- Assam CEE (MBBS) – State Level
- EAMCET- AP (MBBS) – State Level
- AIIMS – National Level
- GG-SIPU CET, Delhi – National Level
- JIPMER – National Level
आदि नाम आते हैं।
आप अपने हिसाब से राज्य स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा या फिर राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा पास करके एमबीबीएस या फिर इसके समकक्ष के किसी कोर्स में दाखिला प्राप्त कर सकते हैं।
यहां पर बात यह है कि आपको इस प्रोसेस में आपकी जीएनएम की डिग्री का कोई विषेश लाभ नहीं मिलता है।
इसमें आप उसी तरह से डॉक्टर बनेंगे जैसे एक 12वीं पास विद्यार्थी डॉक्टर बनेगा।
GNM के बाद graduation करके डाक्टर कैसे बनें?
इसके बाद GNM के बाद डॉक्टर बनने का सीधा तरीका आता है।
इसमें जीएनएम के बाद डॉक्टर बनने के लिए पहले आप अपना जीएनएम कोर्स पूरा होने के बाद 2 साल का post B.Sc Nursing कोर्स करते हैं।
बीएससी नर्सिंग करने के बाद आप एमएससी नर्सिंग करते हैं।
एमएससी करने के बाद आप इसी में पीएचडी करते हैं, और पीएचडी की डिग्री मिल जाने के बाद आप एक डॉक्टर बनते हैं।
हालांकि यह प्रक्रिया बहुत ज्यादा लंबी होती है, इसमें जीएनएम के बाद डॉक्टर बनने में आपको 8 से 9 साल का समय भी लग सकता है।
जैसा कि हमने आपको इस लेख में ऊपर बताया कि जीएनएम डिप्लोमा लेवल का कोर्स होता है।
यानी इस कोर्स को कर लेने के बाद आप ग्रेजुएट नहीं होते हैं।
इसीलिए एक डॉक्टर बनने के लिए जीएनएम के बाद पहले आपको ग्रेजुएशन में बीएससी नर्सिंग (2 साल का) कोर्स करना होता है।
बीएससी नर्सिंग करने के बाद आपको फिर एमएससी नर्सिंग करना होता है।
और उसके बाद फिर आपको पीएचडी करनी होती है और पीएचडी की डिग्री मिल जाने के बाद आपके नाम के आगे डॉक्टर लगता है।
और 8-9 साल की इस लंबी प्रक्रिया से गुजरने के बाद आप इस तरह से जीएनएम करने के बाद डॉक्टर बनते हैं।
तो ये दो तरीके थें, जिनसे कि विद्यार्थी जीएनएम करने के बाद डॉक्टर बन सकते हैं।
बाकी इसी से संबंधित कई लोगों के मन में यह सवाल भी होगा कि जीएनएम करने के बाद डॉक्टर बनना सही है या नहीं?
तो इस सवाल के बारे में हम किसी अगले लेख में बात करेंगे।
Conclusion
इस आर्टिकल में हमने जीएनएम के बाद डॉक्टर कैसे बनें, इस बारे में बात की है।
यहां हमने इसके 2 तरीकों के बारे में विस्तार से बात की है।
इससे संबंधित कोई और सवाल यदि आपके मन में हो तो आप हमें सेक्शन में पूछ सकते हैं।
हम वहीं उसका उत्तर देंगे या फिर अपने अगले किसी लेख में उस बारे में बात करेंगे।
Akash, Padhaipur के Writter है। इन्होंने 2020 में अपनी M.A (हिंदी) की पढ़ाई पूरी की।इनको किताबें पढ़ने का बहुत शौक़ है, इसके अलावा इन्हें लिखना भी बहुत पसंद है।