इस आर्टिकल में हमारा टॉपिक है ‘साइंस बायो में कितने सब्जेक्ट होते हैं?’।
साइंस बायोलॉजी में कितने सब्जेक्ट होते हैं? बायोलॉजी में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं?
दोस्तों दसवीं के बाद साइंस स्ट्रीम दो भागों में बंटता है, Maths (गणित) और Bio (बायोलॉजी)।
जो विद्यार्थी मेडिकल लाइन या इससे संबंधित क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं बे 10वीं के बाद bio लेते हैं।
अब शुरुआत में, science में bio लेने की सोचने वाले कई विद्यार्थियों के मन में यह सवाल रहता है कि साइंस बायो में उन्हें कितने सब्जेक्ट पढ़ने होते हैं?
या इसे ऐसे कहें कि साइंस बायो में कितने सब्जेक्ट होते हैं? बायो में कितने सबजेक्ट होते हैं?
इस आर्टिकल में हम इसी सवाल का जवाब ढूंढेंगे।
जानेंगे कि साइंस बायो में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं?
आज हम जानेंगे
साइंस बायो में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
10वीं के बाद, 11वीं और 12वीं कक्षा में साइंस बायो में विद्यार्थियों को पांच सब्जेक्ट पढ़ने होते हैं –
- Biology (जीव विज्ञान)
- Physics (भौतिक विज्ञान)
- Chemistry (रसायन विज्ञान)
- Hindi (हिंदी)
- English (अंग्रेजी)
इसमें हिंदी और इंग्लिश language यानी भाषा के subjects हैं, तो अलग-अलग राज्यों में वहां की भाषा के हिसाब से हिंदी की जगह पर कोई और भाषा हो सकती है।
साइंस बायो में कितने सब्जेक्ट होते हैं, ज्यादातर विद्यार्थियों के लिए इस प्रश्न का मतलब यही होता है कि दसवीं के बाद साइंस स्ट्रीम में बायो लेने पर उसमें कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं।
बायोलॉजी में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
अगर हम सिर्फ बायोलॉजी सब्जेक्ट के अंदर आने वाले विषयों की बात करें तो, बायोलॉजी के अंतर्गत दो सबसे मुख्य/primary subjects होते हैं –
- Zoology (जंतु विज्ञान)
- Botany (वनस्पति विज्ञान)
पर बाद में आगे चलकर higher studies में इन्हीं विषयों के अंतर्गत बहुत से विषय बन जाते हैं।
और इस तरह बायोलॉजी के अंतर्गत कुल मिलाकर बहुत सारे subdisciplinary subjects बन जाते हैं।
Biology के अंतर्गत आने वाले सभी subjects को अगर हम अलग-अलग और एक-एक करके देखें तो इसमें 40 से भी अधिक सब्जेक्ट्स हैं, जिनकी सूची कुछ इस प्रकार है –
- Zoology (जंतु विज्ञान)
- Botany (वनस्पति विज्ञान)
- Anatomy (शरीर रचना)
- Astrobiology (खगोल)
- Biotechnology (जैव प्रौद्योगिकी)
- Biochemistry (जीव रसायन)
- Biophysics (बायोफिजिक्स)
- Bionics (बायोनिक्स)
- Bioinformatics (जैव सुचना विज्ञान)
- Cell biology (सेल बायोलॉजी)
- Chemical biology (रासायनिक जीवविज्ञान)
- Computational biology (कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी)
- Conservation Biology (संरक्षण जीवविज्ञान)
- Chronobiology (क्रोनोबायोलॉजी)
- Developmental biology (विकासात्मक अनुदान)
- Evolutionary biology (विकासवादी जीव विज्ञान)
- Ecology (परिस्थितिकी)
- Environmental biology (पर्यावरण जीवविज्ञान)
- Genetics (जेनेटिक्स)
- Geopathology (भुजीव विज्ञान)
- Old age (वृद्धावस्था)
- Human biology (मनुष्य जीव विज्ञान)
- Human Genetics (मानव आनुवंशिकी)
- Immunology (इम्मुनोलोजी)
- Lichenology (लाइकेनोलॉजी)
- Marine biology (समुद्री जीव विज्ञान)
- Michology (माइकोलोजी)
- Microbiology (माइक्रोबायोलॉजी)
- Molecular biology (आणविक जीव विज्ञान)
- Nerve biology (तंत्रिका जीवविज्ञान)
- Nutrition science (पोषण विज्ञान)
- Pathology (पैथलॉजी)
- Physiology (फिजियोलॉजी)
- Phycology (पायकोन)
- Parasitology (परजीवी)
- Plant Physiology (प्लांट फिज़ीआलजी)
- Photoology (फोटो बायोलॉजी)
- Radiobiology (रेडियिबियोलॉजी)
- Structural biology (संरचनात्मक जीवविज्ञान)
- Soil biology (मृदा जीवविज्ञान)
- System biology (तंत्र जीवविज्ञान)
- Taxonomy (टक्सॉनॉमी)
- Virology (वायरोलॉजी)
- आदि
ये सभी subjects biology के sub branches हैं, और इनके अलावा और भी कुछ विषयों के नाम आपके मन में आ सकते हैं।
Mainly जब आप कोई स्पेशलाइजेशन कोर्स आदि करते हैं उसमें आप बायोलॉजी के इन सब्जेक्ट्स में से किसी एक की विशेष तौर पर पढ़ाई करते हैं।
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10वीं के बाद बायो में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
हालंकि इस प्रश्न के बारे में हम ऊपर जान चुके हैं, कि यदि आप 10वीं के बाद साइंस स्ट्रीम में बायोलॉजी लेते हैं तो आपको कौन-कौन से सब्जेक्ट पढ़ने होते हैं।
10वीं के बाद बायोलॉजी लेने पर कक्षा 11वीं और 12वीं में आपको 5 मुख्य विषय ही पढ़ने होते हैं।
इनमें –
- Biology (जीव विज्ञान)
- Physics (भौतिक विज्ञान)
- Chemistry (रसायन विज्ञान)
- Hindi (हिंदी) / Other Language
- English (अंग्रेजी)
इतने विषय आते हैं।
इसके अलावा आपका एक एडीशनल सब्जेक्ट भी रहता है जिसमें आप art, music, physical education आदि में से अपने हिसाब से कोई एक एडिशनल विषय चुन सकते हैं।
11वीं और 12वीं में आप इन्हीं सारे विषयों की पढ़ाई करेंगे।
और फिर 12वीं की बोर्ड परीक्षा में आप इतने ही विषयों की परीक्षा भी देंगे।
साइंस बायो लेने के लिए 10वीं में कितने नंबर चाहिए?
अब बहुत से विद्यार्थियों के मन में यह सवाल भी रहता है कि दसवीं के बाद साइंस स्ट्रीम में बायो लेने के लिए उनके दसवीं में कितने मार्क्स होने चाहिए?
तो बायोलॉजी यानि जीव विज्ञान लेने के लिए आपको दसवीं कक्षा में काम से कम 50% से ज्यादा अंक ही लाने होते हैं।
हालांकि कुछ स्कूलों और कॉलेज में बायो लेने के लिए न्यूनतम अंकों की आवश्यकता 60% या 70% भी हो सकती है।
अगर आप 10वीं कक्षा में इससे कम अंक लाते हैं तो फिर आप साइंस स्ट्रीम (यानी बायोलॉजी या मैथ) किसी का भी चुनाव नहीं कर पाएंगे।
फिर आपको आर्ट्स स्ट्रीम लेकर उसकी पढ़ाई करनी पड़ सकती है।
Science Stream को commerce और arts की तुलना में समान्यतः थोड़ा ज्यादा कठिन माना जाता है।
इसीलिए इसकी पढ़ाई करने के लिए विद्यार्थियों से दसवीं में ज्यादा marks की अपेक्षा की जाती है।
इसलिए अगर आप बायोलॉजी पढ़ना चाहते हैं तो जरूरी है कि दसवीं की बोर्ड परीक्षा में आप जितना हो सके उतने अच्छे अंक ही लाएं।
साइंस में बायोलॉजी लेने के फायदे
अब हम थोड़ा सा बायोलॉजी सब्जेक्ट की पढ़ाई करने के फायदों के बारे में बात कर लेते हैं।
वैसे तो मूल रूप से इसका फायदा यही है कि बायोलॉजी की पढ़ाई करके आप मेडिकल लाइन से संबंधित कई अच्छे क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं।
बायोलॉजी लेने पर आप 12वीं के बाद कई अच्छे और प्रोफेशनल मेडिकल courses में दाखिला लेने के योग्य हो जाते हैं।
इन courses की पढ़ाई करके आप डॉक्टर, surgeon आदि बन सकते हैं।
Biology लेने के बाद उपलब्ध top courses के विकल्प में आप –
- MBBS
- BDS
- BAMS
- BUMS
- BHMS
- BPT
- B.Sc Nursing
- B.Pharma
- D.Pharma
- आदि
में से अपनी रुचि और जो आप करियर बनाना चाहते हैं, उसके हिसाब से कोई भी कोर्स कर सकते हैं।
FAQ
Biology के अंतर्गत मुख्यतः 2 subjects होते हैं, zoology (जंतु विज्ञान) और botany (वनस्पति विज्ञान)। इनके अलावा, higher studies में biology के अंदर लगभग 40 से भी ज्यादा स्पेशलाइजेशन सब्जेक्ट बन जाते हैं, जैसे Anatomy, Astrobiology, Biotechnology, Biochemistry, Bionics, Bioinformatics, Cell biology, Chemical biology आदि।
बायोलॉजी की पढ़ाई करके आप डॉक्टर, सर्जन, नर्स, फार्मासिस्ट, रिसर्चर, टीचर, साइंटिस्ट, आदि समेत और भी कई professions में जा सकते हैं।
मूल रूप से जीव विज्ञान की दो महत्वपूर्ण शाखाएं ही होती हैं। इसमें जंतु विज्ञान (zoology) और वनस्पति विज्ञान (botany) आते हैं।
ग्रीक फिलॉस्फर और साइंटिस्ट ‘Aristotle’ (या हिंदी में ‘अरस्तू’) को ही जीव विज्ञान के जनक के रूप में जाना जाता है।
Conclusion
Science में Biology के अंतर्गत मुख्यतः 2 subjects होते हैं, zoology (जंतु विज्ञान) और botany (वनस्पति विज्ञान)।
इनके अलावा, higher studies में biology के अंदर लगभग 40 से भी ज्यादा स्पेशलाइजेशन सब्जेक्ट बन जाते हैं।
जिनमें से कुछ Anatomy, Astrobiology, Biotechnology, Biochemistry, Bionics, Bioinformatics, Cell biology, Chemical biology आदि हैं।
उम्मीद करते हैं यह लेख आपके लिए कुछ informative रहा होगा।
इससे संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप हमें कमेंट सेक्शन में जरूर पूछें।