इस आर्टिकल में हमारा टॉपिक है ‘पायलट बनने के लिए कौन-सा सब्जेक्ट लें?’।
पायलट बनने के लिए कौन-सा सब्जेक्ट लेना चाहिए?, पायलट बनने के लिए कौन-सा सब्जेक्ट लेना जरूरी है?
दोस्तों बहुत से विद्यार्थियों का लक्ष्य आगे चलकर एक पायलट बनने का होता है।
एक पायलट आज के समय में सबसे प्रतिष्ठित career options में से एक है।
एक पायलट बनने को लेकर विद्यार्थियों के मन में कई जरूरी सवाल होते हैं।
उन्हीं में एक सवाल पायलट बनने के लिए जरूरी विषयों का भी रहता है कि विद्यार्थी पायलट बनने के लिए कौन-सा सब्जेक्ट लें?
या पायलट बनने के लिए कौन सा सब्जेक्ट लेना जरूरी होता है?
इस आर्टिकल में हम इसी के बारे में विस्तार से बात करेंगे।
यहां हम detail में जानेंगे कि पायलट बनने के लिए कौन सा विषय लेना जरूरी होता है?
किस विषय के साथ विद्यार्थी पायलट बन सकते हैं और किस विषय के साथ नहीं।
आज हम जानेंगे
पायलट बनने के लिए कौन-सा सब्जेक्ट लें?
पायलट बनने के लिए 10वीं के बाद विद्यार्थी का science stream में PCM (physics, chemistry, Maths) लेना जरूरी है।
पायलट बनने के लिए Physics, Maths और English विषय अनिवार्य रूप से होने चाहिए। और 12वीं में इन तीनों ही विषयों में उम्मीदवार minimum 55% अंको के साथ पास भी होना चाहिए तभी वे pilot बनने के लिए जा सकते हैं।
जब हम सब्जेक्ट लेने की बात करते हैं तो सबसे पहले 10वीं के बाद ही विद्यार्थियों को साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स में से किसी एक स्ट्रीम को चुनना होता है।
पायलट बनने के लिए जरूरी विषय PCM हैं, यानी कि एक पायलट बनने के लिए 11वीं कक्षा में विद्यार्थियों को साइंस स्ट्रीम और उसमें भी फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स लेना जरूरी है, और इसमें इंग्लिश और हिंदी विषय तो होते ही हैं।
10वीं के बाद कॉमर्स या आर्ट्स लेने वाले स्टूडेंट उन विषयों के साथ पायलट नहीं बन सकते हैं।
फिजिक्स, मैथ और इंग्लिश पायलट बनने के लिए अनिवार्य विषय हैं।
पायलट बनने के लिए 10वीं के बाद कौन-सा सब्जेक्ट लें?
जैसा कि हमने ऊपर जाना अगर आपको पायलट बनना है तो आपको 10वीं के बाद PCM (physics, chemistry, Maths) लेना होगा।
Pilot में mainly 2 तरीके से पायलट बनते हैं, पहला कमर्शियल पायलट और दूसरा डिफेंस पायलट (एयरफोर्स/आर्मी/नेवी)।
दोनों ही तरीकों से पायलट बनने के लिए आपका दसवीं के बाद PCM लेना जरूरी है।
कमर्शियल पायलट बनने के लिए आपको 12वीं के बाद किसी फ्लाइंग स्कूल में पायलट ट्रेनिंग कोर्स में दाखिला लेना होता है, जिसकी प्रवेश परीक्षा होती है।
उस प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए आपके पास फिजिक्स, मैथ और इंग्लिश विषय होना जरूरी है।
अगर आप डिफेंस में पायलट बनना चाहते हैं तो NDA के माध्यम से बन सकते हैं, और NDA से भी अगर आप एयरफोर्स, नेवी या कोस्ट गार्ड में पायलट बनना चाहते हैं तो उसके लिए आपके पास PCM के साथ इंग्लिश subjects होने जरूरी हैं।
पायलट बनने के लिए 12वीं के बाद कौन-सा सब्जेक्ट लें?
पायलट बनने के लिए 12वीं के बाद आपको कोई सब्जेक्ट नहीं लेना होता है बल्कि, कमर्शियल पायलट बनने के लिए आपको किसी फ्लाइंग स्कूल में पायलट ट्रेनिंग कोर्स में दाखिला लेना होता है, जिसके लिए आपके पास 10वीं के बाद PCM होना चाहिए।
और defence में पायलट बनने के लिए अगर आप NDA के माध्यम से जाते हैं तो NDA entrance exam में बैठने के लिए भी आपके पास 11वीं और 12वीं में PCM होना जरूरी है।
Arts और Commerce वाले विद्यार्थी भी एनडीए की परीक्षा में बैठ सकते हैं।
लेकिन वे सिर्फ आर्मी में जा सकते हैं, एयर फोर्स या नेवी में पायलट नहीं बन सकते, उसके लिए पीसीएम जरूरी है।
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क्या आर्ट्स स्टूडेंट्स पायलट बन सकते हैं?
अब जाहिर है यह सवाल बहुत से विद्यार्थियों के मन में रहता है कि क्या arts स्टूडेंट्स पायलट बन सकते हैं?
तो, Pilot बनने के लिए फिजिक्स मैथ्स और इंग्लिश अनिवार्य विषय हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि arts students pilot बन ही नहीं सकते हैं।
Arts students भी पायलट बन सकते हैं लेकिन इसके लिए उन्हें open schooling से Physics और Maths लेकर पढ़ना होगा और दोनों ही विषयों में मिनिमम 55% अंक भी लाने होंगे।
Open schooling में आप घर पर रहकर ही पढ़ाई करते हैं आपको सिर्फ परीक्षा देने जाना होता है।
तो अगर कोई आर्ट्स स्टूडेंट पायलट बनना चाहता है तो उसके लिए उसे open schooling से फिजिक्स और मैथ्स पढ़ना होगा।
english तो आर्ट्स के विषयों में भी होता है।
क्या कॉमर्स स्टूडेंट्स पायलट बन सकते हैं?
अब यही सवाल कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए भी आता है कि क्या कॉमर्स स्टूडेंट्स पायलट बन सकते हैं?
और इसका भी जवाब वही है कि कॉमर्स स्टूडेंट भी पायलट बन सकते हैं लेकिन इसके लिए उन्हें भी उसी तरीके से ओपन स्कूलिंग से फिजिक्स, मैथ्स और इंग्लिश पढ़ना होगा और उनकी परीक्षाएं पास करनी होगी।
Pilot बनने के लिए आपके पास इन तीनों विषयों का होना अनिवार्य है।
परीक्षा पास करने के बाद विद्यार्थी कमर्शियल पायलट बनने के लिए फ्लाइंग स्कूल की प्रवेश परीक्षाओं या फिर एनडीए आदि में भी बैठ सकते हैं।
और परीक्षा पास करके पायलट बनने की प्रक्रिया के लिए आगे बढ़ सकते हैं।
NDA पायलट बनने के लिए कौन-सा सब्जेक्ट लें?
वैसे तो इसके बारे में हम बात कर ही चुके हैं।
कई विद्यार्थियों के मन में यह सवाल भी रहता है कि यदि वे एनडीए से पायलट बनना चाहते हैं तो उसके लिए उन्हें कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए।
और जवाब वही है कि उसके लिए भी आपको दसवीं के बाद PCM लेना होगा।
Arts, Commerce, और यहां तक कि साइंस में biology लेने वाले विद्यार्थी भी NDA की परीक्षा में बैठ तो सकते हैं लेकिन यदि वे पायलट बनना चाहते हैं, और वे एयरफोर्स या नेवी चुनते हैं तो उसके लिए वे एलिजिबल नहीं होंगे।
इनका चुनाव पीसीएम के साथ ही किया जा सकता है।
Defence Pilot बनने के लिए भी फिजिक्स, मैथ्स और इंग्लिश अनिवार्य है।
कमर्शियल पायलट की ट्रेनिंग के लिए 40 लाख से लेकर 1 करोड़ तक का खर्च भी आ सकता है। हां, सेना में आप बिना किसी खर्च के पायलट बनते हैं।
कमर्शियल या प्राइवेट पायलट की औसतन सैलरी 2 लाख से लेकर 20 लाख सुबह तक भी हो सकती है।
पायलट बनने के लिए आपको 12वीं के बाद किसी DGCA approved flying school में admission लेना होगा। इसके लिए पहले प्रवेश परीक्षा, फिर इंटरव्यू और फिर मेडिकल टेस्ट पास करना होगा।
पायलट बनने के लिए आपके 12वीं में Physics, Maths और English तीनों विषयों में अलग-अलग minimum 55% marks होने चाहिए।
Conclusion
ऊपर इस आर्टिकल में हमारा टॉपिक था ‘पायलट बनने के लिए कौन सा सब्जेक्ट लें?’।
यहां हमने आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी देने का प्रयास किया है।
उम्मीद करते हैं यह आर्टिकल आपके लिए informative रहा होगा।
यदि आपके मन में इससे संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप हमें कमेंट सेक्शन में जरूर पूछें।
Akash, Padhaipur के Writter है। इन्होंने 2020 में अपनी M.A (हिंदी) की पढ़ाई पूरी की।इनको किताबें पढ़ने का बहुत शौक़ है, इसके अलावा इन्हें लिखना भी बहुत पसंद है।