बीएससी नर्सिंग के बाद एमबीबीएस | B.Sc nursing ke baad MBBS

दोस्तों डॉक्टर बनने की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों को यह तो पता होता ही है कि डॉक्टर बनने के लिए एमबीबीएस ही basic degree होती है।

आज के समय में बहुत से युवा डॉक्टर के रूप में अपना करियर बनाना चाहते हैं, और इसके लिए उन्हें एमबीबीएस का कोर्स करना पड़ता है।

कई बार ऐसा होता है कि मेडिकल लाइन में विद्यार्थी 12वीं पास करने के बाद पहले nursing का कोर्स चुनते हैं, जिसे करके वह एक नर्स के तौर पर काम कर सकते हैं। 

और उसके बाद उन्हें एमबीबीएस का कोर्स करने की इच्छा होती है। ऐसे में उनके मन में यह सवाल आ सकता है कि बीएससी नर्सिंग के बाद एमबीबीएस कैसे कर सकते हैं। 

बीएससी नर्सिंग के बाद एमबीबीएस

या फिर इन general भी मेडिकल के छात्रों को तो इसकी जानकारी होनी ही चाहिए कि बीएससी नर्सिंग के बाद एमबीबीएस कैसे कर सकते हैं, इसकी प्रक्रिया क्या है इत्यादि।

यहां इस आर्टिकल में हम मुख्य तौर पर बीएससी नर्सिंग के बाद एमबीबीएस करने की प्रक्रिया के बारे में बात करेंगे। जानेंगे बीएससी नर्सिंग के बाद एमबीबीएस कैसे कर सकते हैं, इसके क्या फायदे या क्या नुकसान है आदि।

आज हम जानेंगे

B.Sc Nursing और MBBS course के बारे में

मेडिकल फील्ड में बीएससी नर्सिंग और एमबीबीएस अलग-अलग courses हैं।

B.sc nursing की बात करें तो यह उम्मीदवार को nurse की पढ़ाई कराता है और नर्स के कामों की ट्रेनिंग देता है।

Bachelor of Science in Nursing चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में 4 साल का under graduation course है।

यह पढ़ाई नर्स के लिए है, डॉक्टर के लिए नहीं, इसलिए यदि विद्यार्थी इस कोर्स को करके डॉक्टर बनना चाहते हैं तो ऐसा नहीं हो सकता है।

वहीं MBBS की बात करें तो इसका पूरा नाम bachelor of medicine and bachelor of surgery है।

यह भी अंडर ग्रेजुएशन का ही कोर्स है, लेकिन इसे पूरा करने के बाद आप एक डॉक्टर के तौर पर काम कर सकते हैं।

5.5 वर्ष की अवधि के इस कोर्स में 1 साल की इंटर्नशिप होती है जिस दौरान आप डॉक्टर के कामों की प्रेक्टिस करते हैं।

इसीलिए एमबीबीएस डिग्री धारक डॉक्टर होते हैं जबकि बीएससी नर्सिंग वाले नहीं।

B.sc nursing के बाद MBBS

ऊपर हमें इतना समझ में आ गया कि बीएससी नर्सिंग के बाद आप डॉक्टर नहीं सिर्फ नर्स के तौर पर काम कर सकते हैं, इसीलिए जो विद्यार्थी डॉक्टर बनने की इच्छा रखते हैं उन्हें बीएससी नर्सिंग के बाद फिर एमबीबीएस करने की जरूरत होती है, तभी वे एक डॉक्टर बन सकते हैं।

बीएससी नर्सिंग का कोर्स पूरा करने के बाद विद्यार्थी के पास  सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों, क्लिनिको और भी कई जगहों पर nurse के पदों पर नौकरी के विकल्प रहते हैं।

बीएससी नर्सिंग के बाद डॉक्टर बनने के अलावा भी करियर के कई सारे ऑप्शन रहते हैं।

लेकिन जिन उम्मीदवारों को डॉक्टर बनना है और वह भी बीएससी नर्सिंग का कोर्स पूरा करने के बाद, उन्हें उसी प्रक्रिया से गुजरना होता है जिससे डॉक्टर बनने के लिए दूसरे विद्यार्थी गुजरते हैं, वे नीट की परीक्षा देकर एमबीबीएस में दाखिला लेंगे और एमबीबीएस के कोर्स को पूरा करके डॉक्टर बनेंगे।

उन्हें बीएससी नर्सिंग का कोर्स करने का कोई अतिरिक्त लाभ नहीं मिलता है, एक डॉक्टर बनने के लिए बीएससी नर्सिंग किए हुए उम्मीदवारों को भी वही जरूरी कोर्स करना होगा जो दूसरे विद्यार्थी करते हैं, यानी कि MBBS. 

बीएससी नर्सिंग के बाद MBBS के लिए NEET देना ही होता है

हो सकता है कि कुछ विद्यार्थियों के मन में ऐसा हो कि यदि उन्होंने बीएससी नर्सिंग का कोर्स किया है तो उन्हें एमबीबीएस में डायरेक्ट ऐडमिशन या फिर किसी तरह की कोई छूट इत्यादि मिलेगी, पर ऐसा होता नहीं है।

उम्मीदवार को एमबीबीएस में दाखिले के लिए NEET entrance exam से गुजरना ही होता है, इसके बाद ही आप एमबीबीएस कर पाएंगे।

आपके किए हुए b.sc course का MBBS करने में कोई लाभ नहीं मिलता है। आपको NEET की परीक्षा की तैयारी करनी होगी, और अच्छे अंको से पास भी करनी होगी।

BSc nursing के बाद एमबीबीएस करने के लिए आपको वही स्टेप्स फॉलो करने होते हैं जो विद्यार्थी 12वीं के बाद एमबीबीएस करने के लिए करते हैं।

हां यह बात है कि बीएससी नर्सिंग के दौरान भी आप मेडिकल की पढ़ाई करते हैं और वह पढ़ाई यानी कि आपका नॉलेज आपको आगे भविष्य में फायदा ही देता है।

भले ही एमबीबीएस में दाखिला लेने या एमबीबीएस करने में बीएससी नर्सिंग सहायक नहीं हो लेकिन आपकी पढ़ाई तो काम आती ही है।

क्या B.sc nursing के बाद MBBS करना चाहिए?

ऊपर हमने जाना कि BSc nursing के बाद डॉक्टर बनने के लिए विद्यार्थि को एमबीबीएस का कोर्स अनिवार्य रूप से करना ही होता है।

पर क्या बीएससी नर्सिंग करने के बाद एमबीबीएस करके डॉक्टर बनना सही फैसला है? क्या विद्यार्थियों को ऐसा करना चाहिए? असल में इसका उत्तर अलग अलग हो सकता है।

क्योंकि बीएससी नर्सिंग करने के बाद भी विद्यार्थी के पास करियर के कई सारे विकल्प खुलते हैं।

लेकिन यदि डॉक्टर बनना ही आपका लक्ष्य है, तो आप बीएससी नर्सिंग करने के बाद NEET क्लियर करके एमबीबीएस में दाखिला लेंगे, नीट पास करके एमबीबीएस में एडमिशन के बाद आपको 5.4 साल का वक्त लगेगा अपनी एमबीबीएस को पूरा करके डॉक्टर बनने में।

यानी b.sc कर लेने के बाद 5.5 साल का समय, और वह भी तब जब आप पहली बार में ही NEET clear कर लेते हैं।

यदि पहली बार में NEET क्लियर नहीं हुआ तो आपका एमबीबीएस में दाखिला नहीं होगा और इस तरह आपके एमबीबीएस पूरे करने की अवधि बढ़गी जब तक आप अच्छे अंकों के साथ NEET क्लियर नहीं करेंगे। 

यदि विद्यार्थी के पास इतना समय और उसके साथ-साथ एमबीबीएस की फीस आदि है, तो उन्हें प्रयास करना ही चाहिए।

फिर यह भी है कि यदि आपका लक्ष्य ही डॉक्टर बनना है, तब तो आप  इसे करेंगे ही। 

यदि शुरुआत से ही लक्ष्य डॉक्टर बनना हो तो ज्यादा अच्छा होगा कि आप बीएससी नर्सिंग का course करें ही नहीं।

डॉक्टर बनने के लिए जो सीधी प्रक्रिया है यानी एमबीबीएस में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा आदि, आपको शुरुआत से ही उस पर ही ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

Conclusion

ऊपर दिए गए इस आर्टिकल में हमने बीएससी नर्सिंग के बाद एमबीबीएस कोर्स करने के बारे में बात की है।

बीएससी नर्सिंग करने के बाद एमबीबीएस करने की क्या प्रक्रिया है, बीएससी नर्सिंग के बाद एमबीबीएस करने के क्या फायदे या नुकसान हैं, हमने इन सभी के बारे में चर्चा की है।

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