दोस्तों इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि Pilot बनने के लिए कौन सा कोर्स करना होता है?
दोस्तों वर्तमान में Aviation industry का भारत में तेजी से विकास हो रहा है, ऐसे में Pilot profession को चुनने वाले उम्मीदवारों की संख्या भी बढ़ रही है।
जो विद्यार्थी पायलट बनना चाहते हैं उनके मन में Pilot बनने की प्रक्रिया को लेकर कई सवाल रहते हैं जिनमें से एक मुख्य और सबसे obvious सवाल यह है कि :
Pilot बनने के लिए कौन सा कोर्स करना होता है? या Pilot बनने के लिए कौन से कोर्स में एडमिशन लें?
इस आर्टिकल में मुख्य तौर पर हम इसी सवाल पर चर्चा करेंगे।
यहां हम विस्तार से जानेंगे कि Pilot बनने के लिए कौन सा कोर्स करें? इस आर्टिकल को ध्यान से अंत तक पढ़े क्योंकि यहां हम भारत में पायलट बनने की प्रक्रिया को भी संक्षिप्त में अच्छे से समझेंगे।
आज हम जानेंगे
Pilot बनने के लिए कौन सा Course
ये undergraduate level, फिर postgraduate level और फिर certifications level के भी, courses के नाम हैं। जिन्हें आप Pilot बनने के लिए कर सकते हैं –
Pilot के लिए UG courses
- B.Sc. (Bachelor of Science) Aviation
- BBA Airport Management
- B.E. (Bachelor of Engineering) Aerospace Engineering
- B.Tech (Bachelor of Technology) Aeronautical Engineering
- B.Sc. (Bachelor of Science) Aeronautical Science
- BMS in Aviation Management
- B.E. (Bachelor of Engineering) Aeronautical Engineering
- BBA Aviation Operations
- B.Tech (Bachelor of Technology) Avionics Engineering
Pilot के लिए PG courses
- M.Sc. (Master of Science) Aerospace Engineering
- MSc in Aviation
- MBA in Aviation
- M.Sc. (Master of Science) Aeronautical Science
- M.Tech. (Master of Technology) Aerospace Engineering
- M.Tech. (Master of Technology) Avionics Engineering
- M.E. (Master of Engineering) Aerospace Engineering
- M.E. (Master of Engineering) Aeronautical Engineering
- M.Tech. (Master of Technology) Aeronautical Engineering
Pilot के लिए Certification courses
- Aviation: Airline Customer
- Cabin Crew Training
- Security Operations, Processes & Strategies in Aviation
- Aviation: Aircraft Ground Support Equipment
- Service Course: Aviation Industry
12वीं के बाद अंडर ग्रेजुएशन स्तर पर पायलट बनने के लिए ऊपर दिए गए निम्नलिखित UG Pilot Courses हैं।
ग्रेजुएशन के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन/masters स्तर पर भी कोर्स उपलब्ध हैं जिन्हें करने के बाद विद्यार्थी इस profession के लिए और ज्यादा eligible हो जाते हैं।
इनके अलावा, ऊपर बताए गए ये certification courses भी हैं, जिनका चुनाव करके उम्मीदवार pilot के profession में जा सकते हैं।
12वीं के बाद pilot बनने की प्रक्रिया
12वीं के बाद पायलट बनने के मुख्यतः दो तरीके हैं। इन 2 तारीख को को हम Non military route और military route कह सकते हैं।
Non military route में उम्मीदवार सिविल एवियशन का कोई कोर्स यानी पायलट का कोई कोर्स कर सकते हैं।
और Military route का मतलब है क्या भारतीय वायु सेना में pilot/fighter pilot बन सकते हैं।
Air Force Pilot
Air Force में Pilot बनने के लिए आपको NDA के माध्यम से जाना होता है।
इसके लिए आपको NDA की प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है, इसके अलावा इसमें मेडिकल टेस्ट और इंटरव्यू आदि भी शामिल होते हैं।
इन सब को क्लियर करने के बाद आप एनडीए ज्वाइन कर सकते हैं, और फिर वहां से आपकी पायलट की ट्रेनिंग होती है और आप सेना में पायलट बन सकते हैं। इसकी भी एक निर्धारित प्रक्रिया होती है।
NDA पायलट बनने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों के लिए बहुत अच्छा अवसर होता है।
इसमें सामान्यतः 3 साल के कोर्स के बाद आपको अच्छे से फ्लाइंग ट्रेनिंग भी करनी होती है और फिर आप एक अच्छे officer के पोस्ट पर नियुक्त होते हैं।
Aviation Pilot
यहां हम general pilot की बात कर रहे हैं यानी कि जो किसी airline में commercial plane उड़ाते हैं या फिर इसमें Private pilot और Chartered pilot भी आ जाते हैं।
Pilot बनने के लिए सबसे जरूरी होता है कि कोर्स में एडमिशन ले उसे पास करें और फिर अपना Pilot Linence प्राप्त करें।
यदि कोई विद्यार्थी 12वीं के बाद Non Military route में पायलट बनना चाहता है तो उसके लिए step by step process को कुछ इस प्रकार से समझा जा सकता है –
- Step 1 – Pilot की Bachelor Degree प्राप्त करें
- Step 2 – Flying Experience प्राप्त करें
- Step 3 – Pilot Linence प्राप्त करें
Step 1 – Pilot की Bachelor Degree प्राप्त करें
एक एयरलाइन पायलट को किसी भी विषय में बैचलर डिग्री की जरूरत होती है।
जबकि एक कमर्शियल पायलट को डिप्लोमा या इसके समकक्ष के किसी डिग्री की जरूरत होती है।
देश में कई अच्छे flying schools हैं जो देश के top colleges/universities से जुड़े होते हैं जो ये courses offer करते हैं।
ये देश के कुछ top flight schools हैं – Rajiv Gandhi Academy of Aviation Technology , Madhya Pradesh Flying Club, National Flying Training Institute आदि।
विद्यार्थी इनमें ऊपर बताए गए कोई भी बैचलर डिग्री कोर्स अपने हिसाब से कर सकते हैं।
Step 2 – Flying Experience प्राप्त करें
एक पायलट का लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आपको फ्लाइंग experience होना बहुत जरूरी है।
आप जिस भी पायलट लाइसेंस (इन linences के बारे में हम नीचे बात करेंगे) के लिए कोर्स कर रहे हों उसका एक निर्धारित फ्लाइंग टाइम होता है।
जिसे करने के बाद ही आप अपना लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं।
Step 3 – Pilot Linence प्राप्त करें
भारत में पायलट लाइसेंस मुख्यतः तीन तरह के होते हैं।
Student Pilot Licence (SPL), Private Pilot Licence (PPL), Commercial Pilot Licence (CPL) SPL पहला चरण होता है, इसके बाद PPL और फिर CPL.
SPL प्राप्त करने के लिए आपको जिसके लिए जरूरी सभी योग्यताओं (जिसके बारे में हम किसी और आर्टिकल में बात करेंगे) के साथ DGCA (director general of civil aviation) द्वारा मान्यता प्राप्त किसी फ्लाइंग स्कूल में रजिस्ट्रेशन करवाना होता है।
इसके बाद कोर्स पूरा कर लेने के बाद आपको इसकी परीक्षा पास करनी होती है।
इसमें जो भी steps होते हैं, उन सभी को सफलतापूर्वक प्राप्त कर लेने के बाद आपको आपका लाइसेंस मिल जाता है।
PPL को AFCME यानी armed forced Central medical establishment जारी करता है इसके लिए भी एक निर्धारित योग्यता होती है।
इसमें आपको थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों देना होता है और उसे पास करने के बाद आपका आपका लाइसेंस मिलता है।
CPL अंतिम चरण है। कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस के बाद ही इसे हासिल किया जा सकता है।
इसमें थ्योरी और प्रैक्टिकल के अलावा मेडिकल फिटनेस टेस्ट भी देना होता है।
सीपीएल हासिल करने के लिए 250 घंटों की फ्लाइंग जरूरी है।
इन्हें भी पढ़ें : DMLT के बाद कौन सा कोर्स करें? |
इन्हें भी पढ़ें : 12th कॉमर्स के बाद best कोर्स कौन से हैं?
एक पायलट बनने के लिए सबसे मुख्य आपको लाइसेंस प्राप्त करना ही है।
इसके बाद अलग-अलग एयरलाइंस अपने pilots को additional training भी देते हैं।
या उन्हें additional tests भी देने होते हैं, जिसके बाद वे उस एयरलाइन के लिए एक पायलट के तौर पर काम कर सकते हैं।
तो संक्षिप्त में समझने के लिए, यही प्रक्रिया होती है जिसके बाद आप एक पायलट बन सकते हैं।
इसके लिए आपको जिन courses को करना होता है, उसके बारे में हम ऊपर बात कर ही चुके हैं।
Conclusion
ऊपर दिए गए इस आर्टिकल में हमनें बात की है कि पायलट बनने के लिए कौन सा कोर्स करना होता है।
यहां हमने पायलट बनने के लिए अंडर ग्रैजुएट लेवल, पोस्ट ग्रैजुएट लेवल और सर्टिफिकेशन courses के बारे में जाना है।
हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपके लिए सहायक होगी।
इससे संबंधित कोई प्रश्न आदि हो तो आप हमे नीचे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।
Akash, Padhaipur के Writter है। इन्होंने 2020 में अपनी M.A (हिंदी) की पढ़ाई पूरी की।इनको किताबें पढ़ने का बहुत शौक़ है, इसके अलावा इन्हें लिखना भी बहुत पसंद है।