इस आर्टिकल में हमारा टॉपिक है ’12वीं के बाद पायलट कैसे बनें?’।
12वीं के बाद पायलट कैसे बन सकते हैं? 12वीं के बाद पायलट बनने की क्या प्रक्रिया है?
दोस्तों एक पायलट आज के समय में विद्यार्थियों के लिए high paying और सबसे प्रतिष्ठित job profiles में से एक है।
बहुत से विद्यार्थियों का सपना एक पायलट बनने का होता है।
Pilot को आज सारे career options में काफ़ी popular विकल्प के रुप में देखा जाता है।
जो विद्यार्थी pilot बनना चाहते हैं, उनके मन में वैसे तो pilot बनने से संबंधित कई महत्त्वपूर्ण सवाल रहते हैं, पर उनमें सबसे कॉमन सवाल यही रहता है कि एक पायलट कैसे बनें या इसे ऐसे भी कह सकते हैं कि 12वीं के बाद पायलट कैसे बनें?
12वीं के बाद भारत में पायलट बनने की क्या प्रक्रिया है?
इस आर्टिकल में हम इसी के बारे में विस्तार से बात करेंगे।
जानेंगे कि आप 12वीं के बाद पायलट कैसे बन सकते हैं? 12वीं के बाद पायलट बनने के लिए आपको क्या करना होगा?
आज हम जानेंगे
12वीं के बाद पायलट कैसे बनें?
12वीं पास करने के बाद आप मुख्यतः 2 तरीके से पायलट बन सकते हैं –
- कमर्शियल पायलट (commercial pilot)
- आर्मी पायलट (army pilot)
Commercial pilot बनकर आप किसी भी airline में पायलट बन सकते हैं।
ये basically वे पायलट होते हैं जो airlines के लिए कमर्शियल प्लेन या प्राइवेट प्लेन आदि उड़ाते हैं।
Army pilot का मतलब है कि आप भारतीय वायु सेना, आर्मी, नेवी और इंडियन कोस्ट गार्ड में भी pilot या फाइटर पायलट बनते हैं।
पायलट बनने के इन 2 तरीकों को हम non military route और military route भी कह सकते हैं।
पहले वाले में आप वो पायलट बनेंगे जो यात्रियों के लिए कमर्शियल प्लेन उड़ाते हैं, और दूसरे वाले में आप भारतीय सेना में हवाई जहाज (फाइटर जेट, हेलीकॉप्टर) उड़ाने के लिए पायलट बनते हैं।
इन दोनों में से आप कौन सा पायलट बनना चाहते हैं, उस पर निर्भर करेगा कि 12वीं पास करने के बाद आपकी पायलट बनने की प्रक्रिया क्या रहेगी।
दोनों ही pilot होते हैं, लेकिन सिर्फ़ plane उड़ाने की समानता के अलावा इन दोनों तरह के pilots में और 12वीं के बाद इन्हें बनने की प्रक्रिया में काफ़ी अंतर होता है।
अब हम इन दोनों के बारे में एक-एक करके बात कर लेते हैं कि 12वीं के बाद कमर्शियल पायलट बनने और सेना में आर्मी पायलट बनने की प्रक्रिया क्या होती है।
12वीं के बाद कमर्शियल पायलट कैसे बनें?
12वीं के बाद कमर्शियल पायलट बनने की प्रक्रिया कुछ इस तरह से रहती है –
- PCM के साथ 12वीं पास करें।
- किसी मान्यता प्राप्त फ्लाइंग स्कूल में दाखिला लें।
- अपने pilot का प्रशिक्षण पूरा करें।
- अपना commercial pilot licence प्राप्त करें।
- किसी airline में pilot के लिए अप्लाई करें।
12वीं के बाद कमर्शियल पायलट बनने की प्रक्रिया को संक्षिप्त में ऐसे समझा जा सकता है।
12वीं के बाद कमर्शियल पायलट बनने के लिए सबसे पहले तो 12वीं में आपका physics, maths और english होना जरूरी है।
हर विषय में आप minimum 55% अंको के साथ पास होने चाहिए। अगर कोई आर्ट्स या कॉमर्स से है तो उसे open school से physics और maths पास करना होगा।
इसके बाद आप भारत में जो भी DGCA approved flying schools हैं, उनमें से किसी में दाखिले के लिए उनके द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा में बैठेंगे और उसे पास करेंगे।
प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद आपका इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट होगा, और ये सब पास करने के बाद आपका वहां पायलट ट्रेनिंग कोर्स में दाखिला हो जाएगा।
इसे भी पढ़ें : पायलट का कोर्स कितने साल का होता है?
पायलट ट्रैनिंग कोर्स में दाखिला मिलने के बाद ही आपको SPL यानी student pilot licence मिल जाता है।
इसका simply मतलब है कि आप एक plane उड़ाना सीखना शुरू कर सकते हैं।
थोड़ा सीखने के बाद जैसे ही आपके प्लेन उड़ाने के 60 घंटे पूरे हो जाते हैं आपको PPL यानी private pilot licence मिल जाता है जो कि इसका दूसरा चरण है।
फिर प्लेन उड़ाते हुए आपके जब 210 घंटे पूरे हो जाते हैं तब आपको CPL यानी commercial pilot licence मिलता है।
CPL ही सबसे महत्वपूर्ण होता है, इसके लिए ही आप पायलट ट्रेनिंग कोर्स करते हैं।
CPL मिल जाने के बाद आप इसे भी एयरलाइंस में पायलट की भर्ती निकलने पर उसके लिए अप्लाई कर सकते हैं।
और उसकी इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट आदि की जो भी निर्धारित प्रक्रिया होती है, उसे पूरा करके उस एयरलाइन में कमर्शियल पायलट बन सकते हैं।
किसी में pilot बनने के लिए आपको type rating test भी देना पड़ सकता है जिसमें basically आपको उस particular airline के planes को उड़ाने की प्रैक्टिस करनी होती है, सीखना होता है।
यदि आप pilot कोर्स की फीस की जानकारी चाहते हैं तो हमारा यह आर्टिकल पढ़ सकते हैं : पायलट कोर्स की फीस कितनी है?
12वीं के बाद आर्मी पायलट कैसे बनें?
अब हम 12वीं के बाद आर्मी पायलट बनने की प्रक्रिया के बारे में बात करते हैं।
तो सबसे पहले तो, आप भारतीय वायुसेना के साथ-साथ भारतीय सेना (थल सेना/army), Indian Navy और coast guard (तट रक्षक) में भी पायलट बन सकते हैं।
इसे हम एक साथ defense field कह ही सकते हैं।
अब सेना में pilot बनने के लिए मुख्यतः 4 परीक्षाएं ली जाती हैं –
- AFCAT
- CDSE
- NCC Cadet Entry
- NDA Exam
इन चारों परीक्षाओं में से किसी के भी माध्यम से आप सेना में पायलट बन सकते हैं।
हालांकि जाहिर है इन अलग-अलग परीक्षाओं से अलग-अलग पोस्ट और सर्विस में नियुक्ति होती है।
इन चारों परीक्षाओं के बारे में हम एक-एक करके संक्षिप्त में बात कर लेते हैं।
AFCAT
हर साल 2 बार Indian Air Force द्वारा वायुसेना में पायलट समेत अन्य कई पदों पर भी भर्ती के लिए AFCAT Exam आयोजित कराई जाती है।
AFCAT (Air Force Common Admission Test) परीक्षा पास करने के बाद उम्मीदवार को भारतीय वायुसेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन मिलता है।
यह शॉर्ट सर्विस कमीशन शुरुआत में 14 साल के लिए होता है, जिसे बाद में बढ़ाया भी जा सकता है।
CDSE
CDSE का पुरा नाम combined defence services exam होता है, यह upsc द्वारा आयोजित की जाती है।
CDS Exam पास करके candidate भारतीय वायुसेना में परमानेंट कमीशन पा सकते हैं।
CDS के लिए उम्र 20 से 24 साल के बीच होनी चाहिए।
इसके लिए जरूरी शैक्षणिक योग्यता ग्रेजुएशन पास है।
NCC Cadet Entry
NCC special entry scheme के जरिए अविवाहित महिला एवं पुरुष दोनों ही airforce में भर्ती हो सकते हैं।
इसके लिए candidate के पास एनसीसी एयरविंग सीनियर डिवीजन सी सर्टिफिकेट होना चाहिए।
एनसीसी स्पेशल एंट्री स्कीम से भर्ती होने पर भी परमानेंट कमीशन मिलता है।
इसके लिए भी ग्रेजुएशन चाहिए होता है।
NDA Exam
ये army pilot बनने के लिए सबसे पॉपुलर तरीका है, ज्यादातर विद्यार्थी इसके बारे में जानते हैं।
इसमें आपको 12वीं के बाद एनडीए एग्जाम पास करना होता है जिसके बाद आपका नेशनल डिफेंस एकेडमी में दाखिला होता है।
वहां एयरफोर्स चुनने पर आपको 3 साल की ट्रेनिंग दी जाती है, जिसके बाद आपका वायु सेना में परमानेंट कमिशन ऑफिसर के पोस्ट पर जॉइनिंग दी जाती है।
Army में pilot बनने के लिए आपको NDA, CDSE, AFCAT, या NCC Cadet Entry आदि में से किसी परीक्षा को पास करना होगा।
12वीं केवल पायलट बनने के लिए भारत में आपको सामान्यतः कम से कम 2 से 3 साल लग ही जाते हैं।
Commercial Pilot बनने का औसतन खर्च 50-60 लाख रुपए होता है। अलग-अलग college के हिसाब से यह खर्च 1 करोड़ से ज्यादा भी जा सकता है।
भारत में कॉमर्शियल या प्राइवेट पायलट की सैलरी 2 से लेकर 20 लाख रुपए तक भी जा सकती है।
Conclusion
ऊपर दिए गए इस आर्टिकल में हमने ’12वीं के बाद पायलट कैसे बनें?’ इस बारे में बात की है।
यहां हमनें आपको 12वीं के बाद पायलट बनने के तरीके के बारे में अच्छे से जानकारी देने का प्रयास किया है।
उम्मीद करते हैं यह आर्टिकल आपके लिए informative रहा होगा, इससे संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप बेझिझक हमसे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।
Akash, Padhaipur के Writter है। इन्होंने 2020 में अपनी M.A (हिंदी) की पढ़ाई पूरी की।इनको किताबें पढ़ने का बहुत शौक़ है, इसके अलावा इन्हें लिखना भी बहुत पसंद है।