दोस्तों वर्तमान में इंजीनियरिंग के अलावा मेडिकल क्षेत्र ही सबसे ज्यादा विद्यार्थियों द्वारा चुने जाने वाला career option है।
बहुत से विद्यार्थियों का सपना एक डॉक्टर बनने का होता है जिसके लिए वे दसवीं के बाद बायोलॉजी stream और फिर 12वीं के बाद एमबीबीएस जैसे कोर्स में एडमिशन लेने का प्रयास करते हैं।
एमबीबीएस के अलावा भी मेडिकल के अंतर्गत कई सारे courses हैं, पर सबसे ज्यादा विद्यार्थी एमबीबीएस की तरफ ही जाते हैं।
मेडिकल लाइन में अच्छे करियर के लिए आपका एक अच्छे मेडिकल कॉलेज में अपने पसंद के कोर्स में एडमिशन मिलना जरूरी है।
अब इसी से संबंधित एक बहुत ही कॉमन सवाल जो मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने की सोचने वाले विद्यार्थियों के मन में अक्सर आता है कि आखिर एक मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कैसे होता है? मेडिकल कॉलेज में एडमिशन की प्रक्रिया क्या होती है?
यहां इस आर्टिकल में हम इसी को अच्छे से समझेंगे। जानेंगे कि विद्यार्थी मेडिकल colleges में एडमिशन कैसे ले सकते हैं? उन्हें कौन सी परीक्षा पास करनी होती है? आदि।
आज हम जानेंगे
Medical College में admission कैसे होता है?
जब हम मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने की बात करते हैं, तो सबसे ज्यादा विद्यार्थी एमबीबीएस या फिर बीएससी नर्सिंग या बीडीएस जैसे courses में ही एक अच्छे मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेना चाहते हैं।
इसके अलावा भी मेडिकल लाइन में कुछ अन्य कोर्स हैं, जैसे कि फार्मेसी, चिकित्सा विज्ञान आदि, लेकिन एमबीबीएस और nursing जैसे लोकप्रिय courses के तरफ ही सबसे ज्यादा विद्यार्थी जाते हैं।
इसीलिए जब वह मेडिकल कॉलेज में एडमिशन की बात करते हैं तो इसका मतलब होता है कि एमबीबीएस या फिर नर्सिंग जैसे कोर्स में मेडिकल कॉलेज में दाखिला कैसे ले सकते हैं।
और इसका सीधा जवाब है कि इस तरह के courses में admission प्रवेश परीक्षा यानी entrance exam के आधार पर होता है, जो कि अब पूरे भारत के लिए एक ही है ‘NEET’.
मुख्य तौर पर NEET (या इसके समकक्ष की भी कुछ प्रवेश परीक्षाए) उत्तीर्ण होकर ही छात्र मेडिकल की पढ़ाई के लिए मेडिकल कॉलेज में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं। भारत में जितने भी मेडिकल कॉलेज हैं, वे मेडिकल काउंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा संचालित किये जाते हैं।
जिनमें एमबीबीएस, डेंटल, पैरामेडिकल, नर्सिंग इत्यादि कोर्सेस में दाखिला मिलता है। मुख्य courses को लेकर चले तो इन में दाखिला लेने के लिए आपको NEET की परीक्षा से गुजरना होता है।
NEET qualify करके मेडिकल कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं?
पहले के समय में एआईपीएमटी परीक्षा के माध्यम से मेडिकल कॉलेज में दाखिला होता था।
इसके अलावा ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस में admission के लिए अलग से प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती थी।
इसके अलावा दूसरी मुख्य यूनिवर्सिटीज भी मेडिकल कोर्सेज में दाखिले के लिए अपने स्तर पर प्रवेश परीक्षा लेती थी।
लेकिन अब भारत में एमबीबीएस और बीएससी नर्सिंग जैसे कोर्स में दाखिले के लिए हर विद्यार्थी को NEET की परीक्षा से ही गुजरना होगा।
कोई भी विद्यार्थी NEET क्वालीफाई करके ही मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पा सकता है, NEET में आए अंकों के आधार पर काउंसलिंग के दौरान मेडिकल विद्यार्थियों को मेडिकल कॉलेज चुनने का अवसर मिलता है।
NEET क्या है, NEET के बाद मेडिकल कॉलेज में दाखिले की प्रक्रिया
NEET का पूरा नाम National Eligibility Entrance Test (राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा) है, जो मेडिकल में प्रवेश लेने के लिए अब यह अनिवार्य है।
National testing agency यानी कि NTA हर साल नीट की परीक्षा का आयोजन करता है।
जिसे पास करने वाले विद्यार्थी नीट की परीक्षा में आए अंकों के हिसाब से मेडिकल कोर्स और मेडिकल कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं।
नीट की परीक्षा पास करके एक अच्छे मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने तक की प्रक्रिया की बात करें तो, सबसे पहले तो विद्यार्थी नीट का फॉर्म भरेंगे, नीट की परीक्षा से संबंधित सारी जानकारी की अधिसूचना एंटीए द्वारा जारी कर दी जाती है।
एलिजिबल विद्यार्थी फॉर्म भर सकते हैं। सही तरीके से फॉर्म भर लेने के बाद आप NEET की परीक्षा देंगे। जिसमें यदि आप अच्छे नंबर ले आते हैं तो आप मेडिकल college में दाखिला पा सकते हैं।
नीत की परीक्षा का कट ऑफ यानी कि पास होने के लिए जरूरी marks अलग-अलग वर्गों के विद्यार्थियों के लिए हर साल अलग-अलग निकलता है, डिपेंडिंग की छात्रों ने NEET की परीक्षा में कैसा परफॉर्म किया है।
नीट की परीक्षा का परिणाम आने के बाद काउंसलिंग की प्रक्रिया होती है।
काउंसलिंग का मतलब है कि जिन विद्यार्थियों के सबसे अच्छे नंबर आते हैं उन्हें देश के सबसे अच्छे और सरकारी मेडिकल कॉलेज का चुनाव करने का ऑप्शन मिलता है जिसमें फीस काफी कम होती है।
बहुत विद्यार्थियों के मन में सवाल होता है कि मेडिकल कॉलेज की फीस कितनी है, इसीलिए यदि वे कम खर्चे में अपनी मेडिकल की पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं तो उन्हें अच्छे से NEET की ही तैयारी करनी चाहिए।
काउंसलिंग में विद्यार्थियों को उनके अनुसार कॉलेज allot हो जाता है जिसमें वे अपने पसंद के कोर्स में दाखिला ले सकते हैं।
कॉलेज में जाकर सभी जरूरी डॉक्यूमेंट सबमिट करने के बाद उनका वेरीफिकेशन होता है, और यदि सब कुछ सही रहता है तो विद्यार्थी को उस कॉलेज में एडमिशन मिल जाता है।
तो इस तरह से नीट की परीक्षा के बाद विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं।
NEET का syllabus क्या होता है?
NEET ki परीक्षा का Syllabus आपके Intermediate के Syllabus पर ही आधारित होता है। इसके सिलेबस में कक्षा 11 और 12 के पाठ्यक्रम के फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय शामिल हैं।
वर्तमान में तो बहुत से कोचिंग इंस्टिट्यूट भी हैं, जो इस प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराते है।
प्रवेश परीक्षा की अच्छी तैयारी के लिए आप AIPMT (जो कि अब नहीं होती है) या NEET के Previous Year Question Paper Solve कर सकते हैं।
NEET NEET परीक्षा का exam pattern JEE mains की तरह ही होता है, इसमें छात्रों को कुल 90 में से 75 प्रश्नों के जवाब देने होते हैं।
परीक्षा में कुल 4 विषय होते हैं, सभी चारों विषयों के सेक्शन ए में 35-35 प्रश्न होते हैं, और सेक्शन बी में 15-15 । हर विषय के section-B में से उम्मीदवारों को केवल 10-10 प्रश्नों के ही उत्तर देने होते हैं।
Conclusion
ऊपर दिए गए इस लेख में हमने मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कैसे होता है? इस पर बात की है।
सबसे मुख्य मेडिकल courses में एमबीबीएस, नर्सिंग, बीडीएस जैसे कोर्स आते हैं, और इनमें दाखिले के लिए विद्यार्थी को NEET की परीक्षा पास करना जरूरी है।
यहां हमने चर्चा की है, कि NEET क्या है, और इसे पास करके विद्यार्थी किस तरह मेडिकल कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं।
Akash, Padhaipur के Writter है। इन्होंने 2020 में अपनी M.A (हिंदी) की पढ़ाई पूरी की।इनको किताबें पढ़ने का बहुत शौक़ है, इसके अलावा इन्हें लिखना भी बहुत पसंद है।