क्या नेपाल से एमबीबीएस भारत में मान्य है? | Is MBBS from Nepal valid in India

दोस्तों आज के समय में डॉक्टर बनना बहुत से विद्यार्थियों का सपना होता है, और भारत में डॉक्टर बनने के लिए आपको MBBS करना अनिवार्य है।

भारत में जो मेडिकल शिक्षण संस्थान MBBS का कोर्स offer करते हैं, 12वीं के बाद विद्यार्थी उनमें mbbs में दाखिला लेते हैं।

और 5.5 वर्ष की अवधि के इस कोर्स को पूरा करने के बाद एक एमबीबीएस डॉक्टर बनते हैं। 

पर अगर भारत में उपलब्ध कुल MBBS की सीटों की संख्या को देखें, और उनके लिए अप्लाई करने वाले विद्यार्थियों की संख्या देखे तो उसमें काफी ज्यादा अंतर होता है।

एमबीबीएस करना चाहने वाले विद्यार्थियों की संख्या लाखों में है, और सीटों की संख्या हजारों में।

इसीलिए बहुत से विद्यार्थियों के लिए भारत में एमबीबीएस करना काफी मुश्किल हो जाता है, जिस कारण वे विदेश से एमबीबीएस करने का विकल्प देखते हैं।

इसमें एक नाम नेपाल का भी आता है। फिर बात आती है कि क्या नेपाल से एमबीबीएस भारत में मान्य है?

क्या नेपाल से एमबीबीएस भारत में मान्य है?

क्या नेपाल से एमबीबीएस करके भारत विद्यार्थी भारत में डॉक्टर के तौर पर काम कर सकते हैं?

यहां इस आर्टिकल में हम यही जानेंगे कि क्या नेपाल से एमबीबीएस भारत में मान्य है?

विद्यार्थी नेपाल से एमबीबीएस कर सकते हैं या नहीं? नेपाल से एमबीबीएस करना उनके लिए सही है या नहीं?

आज हम जानेंगे

क्या Nepal से MBBS भारत में मान्य है?

हां, नेपाल से एमबीबीएस भारत में मान्य है। नेपाल में MBBS के पाठ्यक्रम को हमारे भारत देश के National medical commission के द्वारा मान्यता दी हुई है।

लेकिन नेपाल से एमबीबीएस करने के बाद भारत में प्रैक्टिस करने के लिए विद्यार्थी को नेशनल मेडिकल कमीशन द्वारा ली जाने वाली medical screening test पास करना जरूरी होता है। 

Medical commission of India, नेपाल (और दूसरे देशों के भी) के medical college से MBBS की degree लेने के बाद भारत में उसकी validity/authentication से संबंधित मामले देखता है।

यदि विद्यार्थी नेपाल से MBBS की डिग्री लेते हैं, तो आगे भारत में उन्हें प्रैक्टिस करने के लिए मेडिकल कमीशन ऑफ इंडिया की screening test, जिसे MCI के नाम से जाना जाता है, उसमें बैठना होता है।

यदि विद्यार्थी इसे पास कर लेते हैं, तब  उन्हें भारत में आगे प्रेक्टिस करने की अनुमति मिल जाती है।

इस प्रक्रिया से भारतीय स्टूडेंट्स के लिए नेपाल से एमबीबीएस की पढ़ाई कर लेने के बाद भारत में प्रैक्टिस करना आसान हो सकता है।

वे विद्यार्थी जो नेपाल से एमबीबीएस करने का सोच रहे हों, उन्हें इस प्रक्रिया का ध्यान रखना जरूरी है।

हर साल मेडिकल में एमबीबीएस जैसे कोर्स में दाखिले के लिए लाखों की संख्या में विद्यार्थी आवेदन करते हैं। लेकिन seats limited संख्या में ही है।

इसी कारण NEET (जोकि एमबीबीएस में दाखिले के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा है) की परीक्षा में अच्छे अंक लाने वाले शीर्ष विद्यार्थियों को ही MBBS में दाखिला मिल पाता है।

जब विद्यार्थी को भारत से एमबीबीएस करने में असुविधा आती है तब वह विदेश से एमबीबीएस करने के विकल्पों की ओर देखते हैं।

नेपाल भारत से सबसे सटा हुआ और नजदीकी देश है जहां से विद्यार्थी आसानी से वहां के मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेकर एमबीबीएस कर सकते हैं।

नेपाल में बहुत से ऐसे मेडिकल कॉलेज मौजूद हैं, जिनके MBBS course को भारत के नेशनल मेडिकल कमिशन (NMC) के साथ-साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और UNESCO जैसे संगठनों से भी मान्यता प्राप्त है।

नेपाल से मेडिकल डिग्री का Indian embassy से verification

नेपाल के किसी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस जैसे डिग्री लेने के बाद भारतीय विद्यार्थियों को आगे की proceedings के लिए नेपाल में Indian embassy से अपनी मेडिकल डिग्री की वेरिफिकेशन करवानी पड़ती है।

नेपाल में इंडियन एंबेसी वहां की राजधानी काठमांडू में है। अपने respective medical degree के नेपाल के कॉलेज/यूनिवर्सिटी से पूरा हो जाने के बाद विद्यार्थी को वहां अपनी डिग्री की credentials दिखानी होती है।

कि उन्होंने जो भी मेडिकल डिग्री ली है वह वहां की concerned University से verified है।

Universities का affiliation authentic प्रमाण होता है कि विद्यार्थी द्वारा ली गई शिक्षा valid है।

भारतीय विद्यार्थी नेपाल में एमबीबीएस में आवेदन कैसे कर सकते हैं?

ऐसे विद्यार्थी जो नेपाल से एमबीबीएस करना चाह रहे हैं, उन्हें इसके लिए ऑनलाइन ही application जमा करना होता है।

एमबीबीएस में दाखिले में जो सामान्य दस्तावेज लगते हैं जैसे कि आधार कार्ड, पासपोर्ट फोटो, 10वीं और 12वीं की मार्कशीट आदि के साथ-साथ विद्यार्थी से अन्य कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट भी मांगे जाते हैं।

नेपाल से एमबीबीएस करने के लिए NEET पास करना जरूरी होता है।

नेपाल की medical education commission की तरफ से अलग-अलग medical programmes के लिए हर साल आवेदन मांगे जाते हैं, जिनमें निश्चय ही एमबीबीएस भी शामिल है।

इसमें 3 देशों के उम्मीदवारों से भी आवेदन मंगाए जाते हैं। दुनिया के कुछ देशों के विश्वविद्यालयों जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, यूके और ऑस्ट्रेलिया आदि में के कोर्स में दाखिले के लिए IELTS और TOEFL जैसी परीक्षाओं में बैठना पड़ता है।

वहीं नेपाल की स्थिति में जब विद्यार्थी एमबीबीएस के लिए आवेदन करते हैं, तो यहां उन्हें इन प्रक्रियाओ से नहीं गुजरना होता, हालांकि प्रवेश परीक्षा यहां भी देनी पड़ सकती है।

और भारत के अलावा दूसरे देशों की बात करें तो नेपाल से एमबीबीएस की पढ़ाई करने को लेकर बहुत से विद्यार्थियों के मन में यह सवाल भी रहता है, कि नेपाल से जो वे एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त करेगें, क्या दुनिया भर में वे उस डिग्री की बदौलत प्रैक्टिस कर सकते हैं?

क्या दूसरे देशों में नेपाल की एमबीबीएस डिग्री मान्य होती है? तो ऐसा है कि नेपाल से प्राप्त की गई एमबीबीएस की डिग्री की मान्यता दुनियाभर में है, हां, वहां एक डॉक्टर के रूप में प्रैक्टिस शुरू करने को लेकर अलग-अलग देशों के अलग-अलग नियम हो सकते हैं, जैसे कि भारत में स्क्रीनिंग टेस्ट है।

इसलिए यदि आप नेपाल से एमबीबीएस करने की योजना बना रहे हैं, तो यह एक अच्छा निर्णय हो सकता है, बस आपको इसकी आगे की जानकारी अच्छे से होनी चाहिए।

साथ ही यहां से एमबीबीएस की पढ़ाई करना विद्यार्थियों के बजट के हिसाब से भी अच्छा ही रहता है।

नेपाल से एमबीबीएस करने के लिए जरूरी योग्यताएं

नेपाल से एमबीबीएस करने के लिए विद्यार्थियों के पास कुछ जरूरी योग्यताओं का होना जरूरी है, और उससे भी जरूरी है कि विद्यार्थियों को इन योग्यताओं के बारे में सही जानकारी हो।

UG और PG courses में दाखिले की प्रक्रिया (परीक्षा आदि) अलग-अलग होने के कारण योग्यताएं भी थोड़ी अलग अलग हो जाती हैं। 

Basic qualifications की बात करें तो UG course (MBBS) में दाखिला लेने के लिए बायोलॉजी, भौतिकी और रसायन के साथ 12वीं किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड या यूनिवर्सिटी से पास करना जरूरी है।

वहीं, जो छात्र पीजी courses में दाखिला लेना चाहते हैं, उनके लिए किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से पहले ग्रेजुएट होना जरूरी है।

उन्हें उसी विषय में डिग्री के लिए आवेदन करना पड़ता है।

नेपाल में एमबीबीएस में दाखिले के लिए विद्यार्थी को 12वीं की परीक्षा कम-से-कम 50% अंकों के साथ तो उत्तीर्ण करना ही होता है।

Nepal में दूसरे देशों के विद्यार्थियों के लिए चयन की प्रक्रिया अलग होती है। वे course से संबंधित योग्यता परीक्षाओं के माध्यम से चुने जाते हैं।

भारत के जो स्टूडेंट्स नेपाल में एमबीबीएस करना चाहते हैं, उनके लिए नीट-यूजी (NEET-UG) परीक्षा में पास होना जरूरी है।

साथ ही उन विद्यार्थियों के पास एक valid National medical commission का certificate भी होना चाहिए।

Conclusion

ऊपर दिए गए इस आर्टिकल में हमने बात की है, कि क्या नेपाल से एमबीबीएस भारत में मान्य है?

हमारे भारत देश में एमबीबीएस जैसे कोर्स के लिए सीटों की संख्या काफी कम है, और उम्मीदवारों की संख्या काफी ज्यादा है।

ऐसे में जिन्हें भारत में एमबीबीएस में दाखिला नहीं मिल पाता, वे विदेश से एमबीबीएस करने का विकल्प तलाशते हैं।

भारत के विद्यार्थियों के लिए नेपाल से एमबीबीएस करना बहुत सही हो सकता है, बहुत से विद्यार्थी यह जानना चाहते हैं कि क्या नेपाल से की हुई एमबीबीएस डिग्री की भारत में मान्यता होती है? और इस लेख में हमने उसी की चर्चा की है।

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