इस आर्टिकल में हमारा टॉपिक है ‘कॉमर्स के लिए कितनी परसेंटेज चाहिए?’।
कॉमर्स में एडमिशन लेने के लिए कितने परसेंट चाहिए?
कॉमर्स में एडमिशन के लिए 10वीं में कितने पर्सेंट चाहिए?
कॉमर्स में एडमिशन के लिए 12वीं में कितने पर्सेंट चाहिए? दोस्तों दसवीं के बाद हर विद्यार्थी को साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स में से किसी एक stream को चुनकर 11वीं 12वीं में, और फिर आगे भी उसी की पढ़ाई करनी होती है।
बहुत से विद्यार्थियों की रुचि कॉमर्स की पढ़ाई करने में होती है, और वे 10वीं के बाद कॉमर्स ही लेते हैं।
10वीं पास करने से पहले इसी को लेकर बहुत से विद्यार्थियों के मन में यह सवाल रहता है कि कॉमर्स के लिए कितनी परसेंटेज चाहिए?
यानी कॉमर्स लेने के लिए 10वीं में कितने परसेंटेज चाहिए?
फिर इसी में, कॉमर्स पढ़ने के लिए 12वीं में कितने परसेंटेज चाहिए?
इस आर्टिकल में हम इसी के बारे में विस्तार से बात करेंगे। कॉमर्स पढ़ने के लिए 10वीं में, फिर 12वीं में कितने परसेंटेज चाहिए, इसी के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे।
आज हम जानेंगे
कॉमर्स के लिए कितनी परसेंटेज चाहिए?
10वीं के बाद कॉमर्स स्ट्रीम चुनने के लिए 10वीं कक्षा में विद्यार्थियों को सामान्यतः 60% से ज्यादा अंक ही लाने होते हैं।
यदि आपके दसवीं कक्षा में 60% से ज्यादा अंक आ जाते हैं तो आपको कॉमर्स स्ट्रीम में दाखिला मिलने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती है।
हालांकि अलग-अलग स्कूलों में 11वीं कक्षा में कॉमर्स स्ट्रीम में दाखिले के लिए, 10वीं कक्षा के न्यूनतम जरूरी अंक थोड़े अलग-अलग हो सकते हैं।
यानी कि किसी एक स्कूल में आपको दसवीं में 60% अंक आने पर कॉमर्स में एडमिशन मिल सकता है, वही किसी स्कूल में 11वीं कक्षा में कॉमर्स स्ट्रीम लेने के लिए दसवीं में 60% से ज्यादा अंक की मांग की जा सकती है।
पर एक औसतन, 10वीं कक्षा में मिनिमम 60% अंक ही कॉमर्स स्ट्रीम लेने के लिए जरूरी होता है।
कॉमर्स के लिए 10वीं में कितनी परसेंटेज चाहिए?
तो 11वीं कक्षा में कॉमर्स लेने के लिए विद्यार्थियों को दसवीं में कम से कम 60% या इससे ज्यादा अंक लाने जरूरी होते हैं।
असल में, 10वीं के बाद विद्यार्थी जब stream का चुनाव करते हैं तो उसमें 10वीं कक्षा के अंक काफी ज्यादा मायने रखते हैं।
यदि विद्यार्थी को साइंस स्ट्रीम लेना है तो उसे दसवीं में 70 से 80% अंक लाने होते हैं, इससे कम अंक लाने पर हो सकता है कि उसे स्कूल की तरफ से ही साइंस स्ट्रीम ना लेने दिया जाए, तब उन्हें कॉमर्स या आर्ट्स लेना पड़ सकता है।
इसके बाद उसी तरह कॉमर्स स्ट्रीम के लिए 60% या इससे ज्यादा अंक लाने होंगे, इससे कम अंक लाने पर संभवत विद्यार्थी को कॉमर्स स्ट्रीम ना मिले और उसे आर्ट्स लेना पड़े।
इसके अलावा, 10वीं के बाद एक 11वीं में कॉमर्स स्ट्रीम लेने के लिए कई स्कूलों में प्रवेश परीक्षा भी देनी होती है, और वहां पर उस प्रवेश परीक्षा के अंक काफी महत्वपूर्ण हो जाते हैं।
विद्यार्थी को उस प्रवेश परीक्षा में भी अच्छे अंक लाने होते हैं तब उन्हें कॉमर्स स्ट्रीम में एडमिशन मिलता है।
पर जहां तक दसवीं के बाद 11वीं में कॉमर्स लेने के लिए दसवीं में जरूरी अंकों का प्रश्न है, तो विद्यार्थियों को 60% या उससे ज्यादा अंक लाने जरुरी ही होते हैं।
इन्हें भी पढ़े
10वीं के बाद कॉमर्स में दाखिला कैसे होता है?
10वीं के बाद 11वीं कक्षा में कॉमर्स स्ट्रीम में दाखिले की प्रक्रिया काफी सरल ही रहती है।
10वीं के बाद आप जिस भी स्कूल में 11वीं में कॉमर्स में दाखिला लेना चाहते हैं, आपको रजिस्ट्रेशन कराके उसका फॉर्म भरना होता है।
उसके साथ आपको दसवीं कक्षा की मार्कशीट और कुछ अन्य जरूरी डाक्यूमेंट्स जमा करने होते हैं।
कई स्कूलों में 11वीं में कॉमर्स में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा भी ली जाती है।
हालांकि सामान्यत: विद्यार्थियों के दाखिला बिना किसी प्रवेश परीक्षा के ही हो जाता है।
विद्यार्थियों को सिर्फ फॉर्म भर देना होता है और यदि उनके 10वीं कक्षा में पर्याप्त अंक होते हैं, तो आसानी से उनका दाखिला 11वीं में कॉमर्स स्ट्रीम में हो जाता है।
यदि आपने जिस स्कूल से दसवीं की परीक्षा पास की थी आप उसी स्कूल में 11वीं में कॉमर्स में दाखिला लेना चाहते हैं तो उसकी प्रक्रिया और भी सरल होती है।
उस स्कूल की तरफ से ही आपके लगभग सारे फॉर्म आदि भर दिए जाते हैं, और वहीं पर आपका दाखिला 11वीं में कॉमर्स स्ट्रीम में हो जाता है।
कॉमर्स के लिए 12वीं में कितनी परसेंटेज चाहिए?
कॉमर्स के लिए 12वीं में विद्यार्थियों को सामान्यत: 50% से ही ज्यादा अंक लाने होते हैं।
कई विद्यार्थियों के मन में यह प्रश्न भी रहता है कि कॉमर्स के लिए यानी कि कॉमर्स की पढ़ाई के लिए 12वीं में उन्हें कितने परसेंटेज अंक लाने होंगे?
जो विद्यार्थी दसवीं के बाद कॉमर्स का चुनाव करते हैं, वे आगे 12वीं के बाद सामान्यतः तो कॉमर्स स्ट्रीम का ही कोई कोर्स करते हैं।
इसमें बीकॉम या सीए या अन्य कोई कॉमर्स का कोर्स भी आ सकता है।
तो इनमें से किसी भी कोर्स के लिए उन्हें कॉमर्स के साथ 12वीं में कितने प्रतिशत अंक लाने होंगे?
तो यदि वे कॉमर्स स्ट्रीम के साथ 12वीं में 50% से ज्यादा अंक ले आते हैं, तो वे आगे इन कॉमर्स के courses में दाखिला ले सकते हैं।
12वीं के बाद अंडर ग्रेजुएशन लेवल कोर्सेज के लिए विद्यार्थियों से सामान्यतः न्यूनतम 50% अंक ही मांगे जाते हैं। 12वीं में 50% से 60% अंक ले आने से वे इन courses में दाखिला ले ही सकते हैं।
11वीं में कॉमर्स लेने के लिए विद्यार्थियों को 10वीं में 60% से अधिक, और फिर आगे की पढ़ाई के लिए 12वीं में 50% से अधिक अंक लाने होते हैं।
दसवीं के बाद विद्यार्थियों के लिए कॉमर्स में, diploma in banking, diploma in risk and insurance आदि जैसे कई डिप्लोमा कोर्सेज उपलब्ध हैं।
दसवीं कक्षा में 70% के साथ विद्यार्थी आसानी से कॉमर्स ले सकते हैं। कॉमर्स लेने के लिए जरूरी न्यूनतम अंक सामान्यतः 60% होते हैं।
कॉमर्स लेकर विद्यार्थियों के पास चार्टर्ड अकाउंटेंट, बैंकर, इवेंट मैनेजर, चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट, सर्टिफाइड पब्लिक एकाउंटेंट (सीपीए), कॉस्ट एकाउंटेंट जैसे कई बेहतरीन करियर के विकल्प होते हैं।
Conclusion
ऊपर इस आर्टिकल में हमने ‘कॉमर्स के लिए कितनी परसेंटेज चाहिए?’ इस विषय पर चर्चा की है।
कॉमर्स में दाखिले के लिए दसवीं में विद्यार्थियों को सामान्यतः 60% से अधिक अंक लाने होते हैं।
वहीं 12वीं में 50% से अधिक अंक लाने पर वे आगे किसी भी कॉमर्स कोर्स की पढ़ाई कर सकते हैं।
उम्मीद करते हैं इस आर्टिकल को पढ़कर आपको आपके कई सवालों के जवाब मिले होंगे।
इससे संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप बेझिझक हमसे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।