इस आर्टिकल में हमारा टॉपिक है ‘डिप्लोमा करने के फायदे’।
डिप्लोमा कोर्स करने के क्या फायदे हैं?
डिप्लोमा कोर्स के क्या-क्या फायदे हैं?
दोस्तों बहुत से विद्यार्थी 10वीं या 12वीं पास करने के बाद डिप्लोमा कोर्स में दाखिला लेते हैं।
सभी अलग-अलग क्षेत्रों में डिप्लोमा कोर्सेज उपलब्ध हैं, जिनमें से विद्यार्थी अपने रुचि के हिसाब से चुनाव करते हैं।
शुरुआत में, विद्यार्थियों के मन में डिप्लोमा कोर्स से संबंधित कई महत्वपूर्ण सवाल होते हैं, जिनमें से एक और शायद सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह रहता है कि डिप्लोमा करने के फायदे क्या हैं?
यानी डिप्लोमा कोर्स के क्या लाभ हैं?
आज इस आर्टिकल में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे और diploma courses को करने की मुख्य फायदों को जानेंगे।
यदि आप भी कोई डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं, और उसके लिए डिप्लोमा कोर्सेज के फायदे के बारे में जानना चाहते हैं, तो इस लेख को अंत तक पूरा जरूर पढ़ें।
आज हम जानेंगे
डिप्लोमा करने के फायदे
10वीं या 12वीं के बाद डिप्लोमा कोर्स चुनने के कई फ़ायदे हैं। इनमें से कुछ मुख्य फ़ायदे निम्नलिखित हैं –
- Diploma skill focused कोर्स होते हैं
- Diploma के बाद job opportunities अच्छी मिलती है
- Diploma degree courses से कम अवधी वाले होते हैं
- Diploma career exploration का विकल्प देता है
- Diploma courses सस्ते होते हैं
- Diploma में दाखिल आसानी से हो जाता है
- Diploma courses में flexibility होती है
- आदि
इंजीनियरिंग, मेडिकल, आईटी, marketing, law आदि सभी क्षेत्रों में अलग अलग diploma courses उपलब्ध हैं।
विद्यार्थी जिस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, उस क्षेत्र में उन्हें अलग-अलग डिप्लोमा कोर्स का विकल्प मिल जाएगा, जिसका वे अपने हिसाब से चुनाव कर सकते हैं।
किसी भी क्षेत्र के डिप्लोमा कोर्स की बात कर लें, ऊपर बताए गए diploma courses के ये फ़ायदे सभी के लिए लागू होते हैं।
क्योंकि हम यहां मुख्य तौर पर डिप्लोमा कोर्स के फायदों की बात कर रहे हैं, इसीलिए अब हम ऊपर बताए गए फायदों को एक-एक करके थोड़ा विस्तार से जानते हैं।
Diploma skill focused कोर्स होते हैं
Diploma courses skill focused कोर्स होते हैं, यानी की डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई के दौरान आपके theory के साथ-साथ practical पर भी बहुत ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
इससे विद्यार्थियों का स्किल डेवलपमेंट होता है।
Diploma courses के practical applications होते हैं, और इसमें विद्यार्थियों के कौशल के विकास पर जोर दिया जाता है।
इससे विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल नॉलेज मिलती है जो कि आगे उन्हें अच्छा करियर बनाने में मदद करती है।
Diploma के बाद job opportunities अच्छी मिलती है
क्यूंकि diploma courses किए हुए विद्यार्थियों के पास थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों की नॉलेज होती है, इसीलिए diploma के बाद विद्यार्थियों के पास job opportunities भी बहुत सारी होती हैं।
Diploma किए हुए विद्यार्थियों को जल्दी और अच्छी jobs offer होती हैं।
हां, इसमें शुरुआती सैलरी थोड़ी कम हो सकती है।
लेकिन skill के आधार पर diploma holders के पास जॉब ऑप्शंस काफी सारे होते हैं।
Diploma degree courses से कम अवधी वाले होते हैं
जो विद्यार्थी थोड़ी जल्दी नौकरी लेना चाहते हैं, उनके लिए Diploma अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि डिग्री कोर्सेज के मुकाबले तो डिप्लोमा की अवधि कम ही होती है।
जहां degree courses 3 से 4 साल की अवधि वाले होते हैं, वहीं diploma सामान्यतः 2 साल या कई बार इससे भी कम अवधि वाले होते हैं।
बहुत से विद्यार्थी तो डिप्लोमा कोर्स का चुनाव उसकी कम अवधि के कारण ही करते हैं, ताकि उन्हें जितनी जल्दी हो सके अच्छी जॉब मिल सके।
Diploma career exploration का विकल्प देता है
Diploma courses विद्यार्थीयों को career exploration का विकल्प भी देता है।
उदाहरण के लिए यदि किसी विद्यार्थी के मन में दुविधा है कि उसे किस क्षेत्र में करियर बनाना है तो वह as a part time course दोनों को करके देख सकता है, और फिर चुनाव कर सकता है।
Diploma courses की अवधि भी कम होती है, तो ऐसा भी हो सकता है कि एक कोर्स को करने के बाद विद्यार्थी दूसरा कोर्स करें।
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Diploma courses सस्ते होते हैं
किसी भी course की फीस विद्यार्थियों के लिए काफी महत्वपूर्ण होती है और इस मामले में भी diploma course करना फायदेमंद रहता है क्योंकि इसकी फीस degree courses के मुकाबले तो कम ही रहती है।
Diploma courses सस्ते होते हैं, जिससे कि सभी विद्यार्थी इसे afford कर सकते हैं।
जहां degree courses की फीस लाखों रुपए तक जा सकती है, वहीं diploma आप कुछ हज़ार रुपए में भी पूरा कर सकते हैं।
हालांकि अलग-अलग डिप्लोमा कोर्स की फीस भी अलग-अलग होती है, लेकिन डिग्री कोर्स के मुकाबले तो यह सस्ते ही होते हैं।
Diploma में दाखिल आसानी से हो जाता है
Diploma courses में दाखिला मिलना भी कुछ popular degree courses की तुलना में काफी आसान होता है।
10वीं या 12वीं के बाद विद्यार्थियों को आसानी से सिर्फ आवेदन करके डिप्लोमा कोर्स में दाखिला मिल जाता है।
जहां degree courses में दाखिले के लिए आपको प्रवेश परीक्षाएं देनी पड़ सकती हैं, वहीं diploma में आप आसानी से दाखिला ले सकते हैं।
Diploma courses में flexibility होती है
यहां पर flexibility का मतलब है कि diploma courses में degree courses के मुकाबले कम विषय पढ़ने होते हैं, इसीलिए बहुत से विद्यार्थी इसे पार्ट टाइम कोर्स की तरह भी लेते हैं।
Diploma की पढ़ाई भी विद्यार्थियों के लिए सामान्यतः डिग्री कोर्स जितना स्ट्रेसफुल नहीं होता है।
कई डिप्लोमा कोर्सेज को आप ऑनलाइन भी कर सकते हैं।
तो कुल मिलाकर डिप्लोमा कोर्स के साथ इन मामलों में काफ़ी flexibility रहती है।
क्या डिप्लोमा कोर्स करना चाहिए?
असल में इस सवाल का जवाब इतना सरल नहीं है।
Diploma courses अच्छे होते हैं, और इसके कई फायदे भी हैं। लेकिन फिर यदि हम डिग्री कोर्स की तुलना में इसके महत्व की बात करें तो उसमें ज्यादातर जगहों पर degree courses को ही ज्यादा महत्व मिलता है।
Diploma courses की भी अपनी ही मांग है, और diploma holders के लिए भी job options भी काफी सारे हैं।
तो इसका निर्णय विद्यार्थी को अपने स्तर से करना होता है कि वह किस क्षेत्र में करियर बनाना चाहता है, और उस क्षेत्र में किस तरह के कोर्स की मांग है।
इन सभी बातों को ध्यान में रखकर ही विद्यार्थियों को डिप्लोमा कोर्स का चुनाव करना चाहिए।
डिप्लोमा करने के बाद प्राइवेट जॉब में आपकी औसतन सैलरी 15-20 हज़ार रुपए प्रति महीने तक हो सकती है। वहीं सरकारी नौकरी में यह सैलेरी आसानी से 40 से 50 हज़ार रुपए तक हो सकती है।
यदि आप जल्दी से जल्दी नौकरी लेना चाहते हैं तो आपके पास दसवीं के बाद ही डिप्लोमा कोर्स करने का विकल्प है। हालांकि दसवीं के बाद 12वीं और उसके बाद डिप्लोमा कोर्स करने से आपको आपको और अच्छी नौकरी मिल जाएगी।
हर क्षेत्र में अलग-अलग डिप्लोमा कोर्स हैं, जिनके बाद आप जल्दी नौकरी ले सकते हैं। इंजीनिरिंग डिप्लोमा, मेडिकल में डिप्लोमा, बिजनेस मैनेजमेंट में डिप्लोमा, होटल प्रबंधन, नर्सिंग में डिप्लोमा, एनीमेशन और मल्टीमीडिया आदि जैसे कई courses आप कर सकते हैं।
डिप्लोमा और ग्रेजुएशन दोनों अलग-अलग स्तर के कोर्स हैं। ग्रेजुएशन 3 (कई बार 4) साल की अवधि का प्रोफेशनल डिग्री कोर्स है, जबकि डिप्लोमा की अवधि 1-2 साल की ही होती है।
Conclusion
ऊपर दिए गए इस आर्टिकल में हमने ‘डिप्लोमा कोर्स के फायदे’ के बारे में बात की है।
यहां हमने विद्यार्थियों के लिए डिप्लोमा कोर्स चुनने के सभी मुख्य फायदों के बारे में जानकारी ली है।
उम्मीद करते हैं इस आर्टिकल को पढ़कर आपको आपके कई सवालों के जवाब मिले होंगे।
इससे संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप हमें कमेंट सेक्शन में जरूर पूछें।