इस आर्टिकल में हमारा टॉपिक है ‘एएनएम कोर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं?’।
एएनएम कोर्स में कितने सब्जेक्ट होते हैं?, ANM Course Subjects List.
दोस्तों, 12वीं पास करने के बाद बहुत से विद्यार्थी जो मेडिकल लाइन में नर्सिंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं, वे ANM के कोर्स में दाखिला लेते हैं।
अब अन्य किसी भी कोर्स की तरह, एएनएम में दाखिला लेने से पहले भी विद्यार्थियों को कोर्स से संबंधित सारी जानकारी होना जरूरी है।
इसी में एक बात यह आती है कि एएनएम कोर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं? एएनएम में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
इस आर्टिकल में हम इसी के बारे में विस्तार से बात करेंगे।
ANM के कोर्स के दौरान जितने भी सब्जेक्ट पढ़ने होते हैं उन सभी के बारे में हम यहां जानेंगे।
ANM कोर्स के सभी विषयों की विस्तार से जानकारी के लिए इस लेख को अंत तक पूरा जरूर पढ़ें।
आज हम जानेंगे
एएनएम कोर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं?
ANM कोर्स के पहले और दूसरे साल में विद्यार्थियों को कुल मिलाकर 6 subjects पढ़ने होते हैं –
ANM 1st year subjects –
- Community Health Nursing
- Health Promotion
- Primary Health Care Nursing
- Child Health Nursing
ANM 2nd year subjects –
- Midwifery
- Health Centre Management
ANM Course के बारे में थोड़ा बात करें तो, ANM का पुरा नाम Auxiliary Nurse and Midwifery होता है।
ANM कुल मिलाकर 2.5 साल की अवधि का एक डिप्लोमा लेवल नर्सिंग कोर्स है, जिसमें 2 सालो की एकेडमिक पढ़ाई और 6 महीने की हॉस्पिटल में इंटर्नशिप कराई जाती है।
ANM में दाखिला विद्यार्थी 12वीं पास करने के बाद ले सकते हैं।
आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस किसी भी स्ट्रीम के विद्यार्थी 12वीं के बाद एएनएम कोर्स के लिए जा सकते हैं।
ANM के विषयों की बात करें तो इस कोर्स में इस तरह के विषयों को रखा जाता है जिससे 2 साल की पढ़ाई में विद्यार्थियों को nursing से जुड़ी सभी basic जानकारियां दी जा सके।
ANM कोर्स के 1st year के subjects
ANM कोर्स के 1st year में विद्यार्थियों को मुख्य तौर पर 4 विषय पढ़ने होते हैं-
- Community Health Nursing
- Health Promotion
- Primary Health Care Nursing
- Child Health Nursing
इसमें विद्यार्थियों को थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों पढ़ना होता है।
यहां हम एएनएम के पहले साल में पढ़े जाने वाले चारों सब्जेक्ट के बारे में एक करके संक्षिप्त में बात कर लेते हैं।
Community Health Nursing (कम्युनिटी हेल्थ नर्सिंग)
Community Health Nursing subject में कमीनी पसंद नर्स यानी सामुदायिक स्वास्थ नर्स बनने के लिए जो भी जरूरी स्किल्स होती हैं, उनके बारे में पढ़ाया जाता है।
एएनएम के इस विषय में नर्सिंग से जुड़े जरूरी काम जैसे रोगियों को धैर्य देना, उनसे सही तरीके से बात करना, इस तरह की जरूरी बातों के बारे में पढ़ाया जाता है।
Health Promotion (हेल्थ प्रमोशन)
हेल्थ प्रमोशन का हिंदी में मतलब स्वास्थ्य को बढ़ावा देना होता है।
एएनएम के कोर्स में स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के बारे में भी सभी जरूरी जानकारी दी जाती है।
हेल्थ प्रमोशन सब्जेक्ट का मूल रूप से उद्देश्य रोगियों और सामान्य लोगों को भी सिखाना होता है कि वे किस तरह से स्वस्थ रह सकते हैं।
इसमें nutrition, human body and hygiene, environmental sanitation, mental health जैसे topics पढ़ने होते हैं।
Primary Health Care Nursing (प्राइमरी हेल्थ केयर नर्सिंग)
Primary Health Care Nursing ANM मुख्य विषयों में से एक है।
एक नर्स के लिए प्राइमरी हेल्थ केयर नर्सिंग की जानकारी बेहद जरूरी हो जाती है।
इस विषय के अंदर infection and immunization, communicable diseases, community Health, primary medical care, first aid and referral आदि जैसे जरूरी टॉपिक्स पढ़ने होते हैं।
Child Health Nursing (चाइल्ड हेल्थ नर्सिंग)
जैसा कि इस विषय के नाम से ही समझ में आ जाता है, इसमें Child Health Nursing यानी बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में, और उससे संबंधित जो भी जरूरी चीजें हैं उनके बारे में पढ़ाया जाता है।
Nursing के काम के लिए चाइल्ड हेल्थ नर्सिंग भी एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय हो जाता है।
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ANM कोर्स के 2nd year के subjects
ANM कोर्स के 2nd year में विद्यार्थियों को मुख्य तौर पर 2 ही विषय पढ़ने होते हैं-
- Midwifery
- Health Centre Management
इसमें भी विद्यार्थियों को theory के साथ-साथ प्रैक्टिकल भी करना होता है।
Midwifery
Midwifery को ANM कोर्स के सेजल का सबसे महत्वपूर्ण विषय कहा जा सकता है।
आसान भाषा में मिडवाइफरी को ‘दाई का काम’ कहा जाता है।
इस विषय के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं की देखभाल, प्रसव से पहले और प्रसव के बाद गर्भवती महिलाओं की देखभाल, इसके साथ-साथ गर्भवती महिला और नवजात शिशु की देखभाल से संबंधित जरूरी बातों के बारे में पढ़ाया जाता है।
Health Centre Management
Health Centre Management भी ANM का मुख्य विषय है।
इसमें मुख्य द्वार पर प्रबंधन यानी हॉस्पिटल या क्लीनिक आदि के मैनेजमेंट के बारे में विद्यार्थियों को जरूरी जानकारी दी जाती है।
इसमें records और details को maintain करना, document maintenance आदि के बारे में जानकारी दी जाती है।
ANM के पहले और दूसरे साल के सभी विषयों में विद्यार्थियों को पास होना होता है।
जैसा कि हमने जाना, इसमें थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों परीक्षाएं होती हैं। दोनों ही साल विद्यार्थियों को दो-दो प्रैक्टिकल पेपर देने होते हैं।
पहले साल के चारों विषयों को मिलाकर कुल मिलाकर 800 अंकों की परीक्षा होती है।
जिसमें 500 अंकों का external assessment (theory+practical) और 300 अंको का internal assessment (theory+practical) होता है।
दूसरे साल में कुल 2 विषयों की थ्योरी और प्रैक्टिकल को मिलाकर कुल अंक 600 बनते हैं।
इसमें external assessment (theory+practical) के 350 और internal assessment (theory+practical) के 250 marks रहते हैं।
ANM करने के लिए आपका किसी भी स्ट्रीम से, एक मान्यता प्राप्त संस्थान से 12 वीं पास होना जरूरी है।
ANM एक डिप्लोमा लेवल नर्सिंग कोर्स है, इसमें विद्यार्थियों को नर्सिंग के काम से संबंधित जनरल मेडिकल इंफॉर्मेशन दी जाती है। उन्हें डॉक्टरों के साथ सहायक का काम और मरीजों की देखभाल का काम सिखाया जाता है।
एएनएम कोर्स में दाखिला प्रवेश परीक्षा के आधार पर और बारहवीं कक्षा के अंकों के आधार पर भी होती है। हर साल अगस्त सितंबर के आसपास इनमें दाखिले के लिए फॉर्म निकाले जाते हैं।
एएनएम के बाद प्राइवेट अस्पतालों में शुरुआती सैलरी 8-15 हज़ार रुपए प्रति महीने तक हो सकती है। सरकारी अस्पतालों में सैलरी 20-30 हज़ार रुपए प्रति महीने तक जा सकती है।
Conclusion
ऊपर दिए गए इस आर्टिकल में हमने ANM कोर्स के subjects के बारे में बात की है कि एएनएम कोर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं?
यहां हमने ANM के पहले और दूसरे साल के subjects के नाम और संक्षिप्त में उनके बारे में भी जाना है।
उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपके लिए informative रहा होगा, इससे संबंधित कोई प्रश्न हो तो आप हमें कमेंट सेक्शन में जरूर पूछें।
Akash, Padhaipur के Writter है। इन्होंने 2020 में अपनी M.A (हिंदी) की पढ़ाई पूरी की।इनको किताबें पढ़ने का बहुत शौक़ है, इसके अलावा इन्हें लिखना भी बहुत पसंद है।