ग्रामीण डॉक्टर कैसे बनें? | Gramin doctor kaise bane

इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि ग्रामीण डॉक्टर कैसे बनें? दोस्तों अच्छी स्वास्थ्य सुविधा शहरी और ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों में जरूरी होती है, लोगों के लिए अच्छी स्वास्थ्य सुविधा का उपलब्ध होना काफी ज्यादा जरूरी है।

शहरी क्षेत्रों में तो डॉक्टर के क्लीनिक और अस्पताल आदि काफी सारे होते हैं, और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत ही उन तक पहुंचा जा सकता है।

पर यदि ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें तो कई बार ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छे डॉक्टर उपलब्ध नहीं होते हैं, वहां आवश्यकता पड़ने पर ग्रामीण डॉक्टर ही इलाज करते हैं।

गांव में रहने वाले लोगों का इलाज ग्रामीण डॉक्टर ही करते हैं।

कई विद्यार्थियों या आम लोगों के मन में भी कई बार यह सवाल आता है कि ग्रामीण डॉक्टर कैसे बने? या ग्रामीण डॉक्टर कैसे बन सकते हैं, इसकी प्रक्रिया क्या है?

ग्रामीण डॉक्टर कैसे बनें?

यहां इस आर्टिकल में हम मुख्य तौर पर इसी की बात करेंगे, जानेंगे कि ग्रामीण डॉक्टर कैसे बने?

विद्यार्थी ग्रामीण डॉक्टर कैसे बन सकते हैं? ग्रामीण डॉक्टर बनने के लिए कौन सा कोर्स करना पड़ता है? आदि।

आज हम जानेंगे

ग्रामीण डॉक्टर कैसे बनें?

आधिकारिक तौर पर एक ग्रामीण डॉक्टर बनने के लिए आपको इसके लिए उपलब्ध course करने होते हैं, एक ग्रामीण डॉक्टर बनने के लिए कई courses उपलब्ध हैं।

ग्रामीण डॉक्टर बनाने के लिए सरकार द्वारा इसके कोर्स को मंजूरी दे दी गई है, जिसका उद्देश्य पूरे देश में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य की स्थिति को बेहतर करने का है।

डॉक्टरों द्वारा इस कोर्स को शुरू करने के विरोध में प्रदर्शन किया गया था, लेकिन डाक्टरों के भारी प्रदर्शन के बावजूद सरकार द्वारा ग्रामीण डॉक्टर कोर्स को वर्ष 2013-2014 के एकेडमिक सेशन से ही शुरू कर दिया गया है। 

Medical council of India द्वारा भी इस कोर्स को करने की मंजूरी दे दी गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा सभी राज्यों में वर्ष 2014 में ही ग्रामीण मेडिकल कोर्स शुरू करने की अनुमति दे दी थी। 

3 साल 6 महीने के इस कोर्स का नाम bachelor of science है, हालांकि इस कोर्स को करने वाले छात्र अपने नाम के आगे डॉक्टर नहीं लिख पाते हैं।

दसवीं के बाद 11वीं और 12वीं में बायोलॉजी पढ़ने वाले छात्र इस कोर्स को करने के योग्य होते हैं।

सरकार द्वारा इस कोर्स से संबंधित उम्र सीमा तय की गई है, जिसमें नियमानुसार छात्रों को छुट और आरक्षण की सुविधा भी उपलब्ध है। 

कोर्स में दाखिला लेने के लिए छात्रों को एक लिखित परीक्षा से गुजरना होता है।

इसकी पढ़ाई के लिए ज़िला चिकित्सालयो को मेडिकल कॉलेजों की तरह उपयोग किया जाता है।

कोर्स के बाद छात्रों को 6 महीने की इंटर्नशिप करनी होती है।

और इसके बाद छात्रों को ग्रामीण क्षेत्रों में प्राइमरी हेल्थ सेंटर या सब टेंशन में तैनात किया जाता है। इस ग्रामीण मेडिकल कोर्स का सिलेबस एमसीआई ने तैयार किया है।

इसके अलावा भी ग्रामीण डॉक्टर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्स उपलब्ध है, जिसे करने के बाद विद्यार्थी सामान्यतः 6 महीने की इंटर्नशिप के बाद ग्रामीण डॉक्टर के तौर पर काम शुरू कर सकते हैं।

ग्रामीण डॉक्टर बनने के लिए उपलब्ध अन्य courses में निम्नलिखित मुख्य नाम आते हैं –

  • CMS Ed
  • DRHC
  • CCH
  • DHP

CMS Ed करके ग्रामीण डॉक्टर बन सकते हैं

CMS Ed course की बात करें तो इसका पूरा नाम Diploma in community Medical service and essential drugs है।

यह पैरामेडिकल कोर्स के अंतर्गत आता है, और इस कोर्स को करने के बाद भी आप ग्रामीण इलाकों में प्राइमरी हेल्थ चिकित्स्यालय खोल सकते हैं, यानी एक ग्रामीण डॉक्टर के तौर पर काम कर सकते हैं।

यह course 2 साल का होता है, जिसे आप किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज इंस्टिट्यूट से कर सकते हैं।

इसमें एलोपैथिक दवाइयों और उनके उपयोग के बारे में बताया जाता है। 

पैरामेडिकल का मतलब है कि आप इसके बाद health worker की तरह काम कर सकते हैं।

इसमें essential drugs के बारे में बताया जाता है, तो आप इसके बाद  सामान्य बीमारीयों जैसे की सर्दी, जुखाम, बुखार समेत कुछ अन्य सामान्य बीमारियों का इलाज कर सकते हैं।

कोई भी व्यक्ति जो इस कोर्स को करना चाहता है, वह 10+2/इंटरमीडिएट पास किया हुआ होना चाहिए।

Science से 10+2 करने वाले विद्यार्थियों को ज्यादा preference दी जाती है।

और यदि आपने किसी प्रकार की अन्य मेडिकल डिग्री जैसे की बीएचएमएस, बीएएमएस और बीएमएस आदि कर रखा है, और फिर यदि वे एलोपैथिक मेडिसिन प्रैक्टिस करना चाहते हैं, तो भी वह इस कोर्स को करके प्रैक्टिस कर सकते हैं।

बहुत से गांव होते हैं, जहां पर कोई एमबीबीएस डॉक्टर या इलाज के लिए बड़े अस्पताल नहीं होते हैं।

ऐसे में वहां इस डिप्लोमा कोर्स को कर लेने के बाद कोई व्यक्ति गांव में प्राइमरी हेल्थ क्लीनिंग आदि खोल सकते हैं।

DRHC करके ग्रामीण डॉक्टर बन सकते हैं

DHRC का पूरा नाम diploma in rural healthcare होता है आप diploma in rural healthcare का कोर्स करके भी ग्रामीण हेल्थ केयर वर्कर बन सकते हैं।

इसे करने के बाद आप ही का ग्रामीण डॉक्टर का काम कर सकते हैं, और लोगों की सेवा कर सकते हैं। 

diploma in rural healthcare कोर्स कुल 1 साल का एक डिप्लोमा कोर्स होता है, जिसे खासतौर पर हमारे देश के ग्रामीण इलाकों की स्वास्थ्य से संबधित जरूरतों को पूरा करने के लिए और गांव वासियों की हेल्थ की देखभाल करने के लिए तथा first treatment, sanitization और patient education, की बेसिक इनफार्मेशन के बारे में विद्यार्थियों को ट्रेनिंग प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है।

ग्रामीण हेल्थ केयर वर्कर की  नियुक्ति देश के ग्रामीण इलाकों में ही होती है, और जो भी व्यक्ति ग्रामीण हेल्थ केयर वर्कर बनना चाहता है, वह Diploma in Rural Health Care का कोर्स करके यह कार्य कर सकता है। 

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ग्रामीण डॉक्टर बनने के लिए कुछ basic चीज़े आनी चाहिए

इसके अलावा विद्यार्थी CCH और DHP का कोर्स करने के बाद भी कुछ समय का मेडिकल फील्ड में एक्सपीरियंस लेने के बाद ग्रामीण डॉक्टर के तौर पर काम कर सकते हैं।

हालांकि एक ग्रामीण डॉक्टर के तौर पर काम करने के कुछ और भी तरीके होते हैं।

कई बार ऐसा भी देखा जाता है कि विद्यार्थी कुछ साल के लिए किसी अस्पताल में कंपाउंडर के तौर पर ज्वाइन करते हैं।

जहां वे मेडिकल के कुछ बेसिक काम जैसे कि सलाइन चलाना, इंजेक्शन लगाना, टांका लगाना और काटना, dressing करना आदि जैसे बेसिक जरूरी काम सीख लेते हैं।

और उसके बाद वे गांव में ग्रामीणों का प्राथमिक उपचार कर सकते हैं। तो इस तरह से भी कोई ग्रामीण डॉक्टर का काम कर सकता है।

ग्रामीण डॉक्टर क्यों बनें?

क्यूंकि गांव के लोगों के लिए भी मेडिकल सुविधा उतनी ही जरूरी है। साथ ही rural medicine में career बनाने पर आपको ऐसे अनुभव मिलते हैं जो शहरी क्षेत्र के मुकाबले अलग होते हैं।

ग्रामीण डॉक्टर बनने के लिए कौन सा विषय लें?

क्योंकि आप डॉक्टर के क्षेत्र में जा रहे हैं इसीलिए दसवीं के बाद आपको साइंस स्ट्रीम में बायोलॉजी का चुनाव करना जरूरी है।

ग्रामीण डॉक्टर की ट्रेनिंग कैसे होती है?

Gramin doctor के कोर्स के दौरान विद्यार्थियों को इससे संबंधित सभी जरूरी चीजें पढ़ाई जाती हैं और उनकी ट्रेनिंग भी दी जाती है।

ग्रामीण डॉक्टर का कोर्स कहां से करें?

ग्रामीण डॉक्टर बनने के लिए आप जिस भी कोर्स का चुनाव करते हैं, आप उसमें कॉलेज में दाखिला ले सकते हैं। देशभर में बहुत से कॉलेज ये courses offer करते हैं। 

Conclusion

ऊपर दिए गए इस आर्टिकल में हमने बात की है कि ग्रामीण डॉक्टर कैसे बने?

आज के समय में खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में एमबीबीएस डॉक्टर या बड़े अस्पतालों की पहुंच नहीं होती, ऐसे में वहां ग्रामीण डॉक्टर ही उपलब्ध होते हैं।

सरकार द्वारा ऐसे कोर्स को मान्यता दी गई है, जिसके बाद विद्यार्थी ग्रामीण डॉक्टर के तौर पर नियुक्त किए जाते हैं।

इसके अलावा अन्य कुछ डिप्लोमा कोर्स भी हैं, जिन्हें करने के बाद कोई विद्यार्थी ग्रामीण इलाकों में प्राथमिक उपचार का काम कर सकते हैं।

यहां हमने उन्हीं में से मुख्य courses के बारे में जाना है।

4 thoughts on “ग्रामीण डॉक्टर कैसे बनें? | Gramin doctor kaise bane”

  1. Mai grameed doctery ka course karna chahta hu mere pass experience bhi hai kyuki mere father family doctor bhi hai

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