जीएनएम कोर्स कितने साल का होता है? | GNM course kitne saal ka hota hai

दोस्तों वर्तमान में हर साल लाखों विद्यार्थी मेडिकल लाइन में career बनाने के लिए अलग-अलग मेडिकल कोर्स में दाखिला लेते हैं।

medical line में Nursing भी भारत के healthcare sector के सबसे लोकप्रिय branches में से एक है, और Nursing में GNM एक काफी लोकप्रिय नर्सिंग कोर्स है।

हर साल बहुत से विद्यार्थी GNM nursing course का चुनाव करते हैं, और जो medical College GNM course offer करते हैं, उनमें वे दाखिला लेते हैं।

GNM course के बाद nursing में अच्छा करियर बनाया जा सकता है।

जो विद्यार्थी जीएनएम कोर्स में दाखिला लेना चाहते हैं, उन्हें इससे संबंधित सारी जरूरी बातें पता होनी चाहिए।

बहुत से विद्यार्थियों के मन में इस कोर्स से संबंधित यह सवाल भी रहता है कि GNM कोर्स कितने साल का होता है? या GNM course की अवधि कितनी होती है?

जीएनएम कोर्स कितने साल का होता है?

यहां इस आर्टिकल में हम इसी के बारे में बात करेंगे। जानेंगे कि GNM कोर्स कितने साल का होता है?

GNM course की अवधि कितनी होती है? GNM course की अवधि के साथ-साथ इस कोर्स से संबंधित दूसरी कुछ जरूरी बातों को भी जानेंगे।

आज हम जानेंगे

GNM course कितने साल का होता है?

सीधे यदि जीएनएम कोर्स की अवधि की बात करें तो GNM course साढ़े तीन वर्ष यानी कि 3.5 साल की अवधी का होता है।

Nursing के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की सोचने वाले विद्यार्थी 12वीं के बाद जीएनएम कोर्स में दाखिला ले सकते हैं, जिसमें 3.5 वर्ष की नर्सिंग की पढ़ाई के बाद विद्यार्थी एक नर्स के तौर पर अस्पतालों आदि में एक नर्स के तौर पर अपना करियर बना सकते हैं। 

जीएनएम कोर्स के दौरान 3.5 वर्ष की अवधि में विद्यार्थियों को 3 साल तक नर्सिंग की पढ़ाई करनी होती है, और अंत के 6 महीने में विद्यार्थियों को इंटर्नशिप करना होता है।

इंटर्नशिप का मतलब जैसा हमें पता है, इस दौरान विद्यार्थियों को एक नर्स के तौर पर डॉक्टरों के साथ अस्पतालो आदी में काम कराया जाता है, जिससे उन्हें nurse के कामों का अनुभव मिलता है।

GNM Course के बारे में और बात करें तो इसका पूरा नाम general nursing and midwifery है।

यह एक डिप्लोमा नर्सिंग कोर्स है, जिसमें विद्यार्थियों को सामान नर्सिंग और मिडवाइफरी से संबंधित चीजों और कामों के बारे में पढ़ाया जाता है।

इस कोर्स को पूरा कर लेने के बाद विद्यार्थी एक नर्स के तौर पर कार्य शुरू कर सकते हैं। 

यह नर्सिंग में एक अंडर ग्रेजुएशन level का डिप्लोमा कोर्स है, जीएनएम डिप्लोमा के बाद, graduates को RNRM (registered nurse registered midwife) के रूप में दर्ज किया जाता है।

इसके बाद के काम में उम्मीदवारों को मरीजों को प्रशासित करना और देखभाल करने में डॉक्टरों की सहायता करना होता है। 

GNM course के पहले साल में क्या पढ़ना होता है?

GNM के कोर्स में विद्यार्थियों को nursing के लिए जरुरी बहुत से अलग-अलग topics के बारे में पढ़ाया जाता है।

GNM course के दौरान पहले वर्ष के सिलेबस यानी की पहले वर्ष के दौरान विद्यार्थियों को जो topics पढ़ने होते हैं, उनमें निम्नलिखित चीज़े आती हैं-

Anatomy and Physiology में Introduction to anatomical terms, Organization of body cells, organs, tissues, etc. , Skeletal systems, Muscular systems और Cardio-vascular systems.

Microbiology में Introduction and Scope of Microbiology, Micro-organisms, Infection and its transmission, Immunity और Introduction to Laboratory Techniques.

Psychology में Introduction to Psychology of Human Behaviour, Learning, Observation, Intelligence और Personality.

Sociology में Concept, Scope, and Nature of Sociology, The Individual, The Family, The Society, The Community और Economy.

Fundamentals of Nursing में Introduction to Nursing, Nursing care of patient/client, Basic Nursing care and needs of a patient, Assessment of patient, Therapeutic nursing care और Introduction to Pharmacology.

First Aid में Importance of First-Aid, First-Aid in emergency situations और Community Emergencies.

Personal Hygiene में Concept of Health, Maintenance of Health, Physical Health और Mental Health.

GNM course के दूसरे साल में क्या पढ़ना होता है?

GNM course के दौरान दूसरे वर्ष के सिलेबस यानी की दूसरे वर्ष के दौरान विद्यार्थियों को जो topics पढ़ने होते हैं, उनमें निम्नलिखित चीज़े आती हैं-

Medical-Surgical Nursing I में Introduction, Nursing Assessment, Patho Physiological Mechanism of Disease, Altered Immune Response और Clinical Pharmacology.

Communicable Diseases में Assessment, Review of infection (how it spreads and its control), Reparation (care, and administration of antisera and vaccines), Isolation- review of epidemiology and control measures और  Management of various infectious diseases.

Ear, Nose, and Throat    में Assessment of the functions of ear, nose, and throat. , Disorders and diseases of the ear, nose, and throat. और  Management of disorders and diseases of ear, nose, and throat. 

Oncology/Skin में Nursing Management of Patients with abnormal cell growth, Classification of cancer और Detection and prevention.

Mental Health and Psychiatric Nursing में Introduction, History of Psychiatric, Mental Health Assessment, Community Mental Health, Psychiatric Nursing Management और Mental Disorders.

Community Health Nursing और फिर Computer Education में Introduction to computers and disk operating systems, Introduction to word processing, Introduction to database, Graphics and use of Statistical packages और Computer aided teaching and testing.

GNM course के तीसरे साल में क्या पढ़ना होता है?

GNM course के दौरान तीसरे वर्ष के सिलेबस यानी की तीसरे वर्ष के दौरान विद्यार्थियों को जो topics पढ़ने होते हैं, उनमें निम्नलिखित चीज़े आती हैं-

Midwifery and Gynaecological Nursing में Introduction, Reproductive System, Nursing Management of pregnant women, Nursing Management of women in Labour और Complications of pregnancy and its management.

Community Health Nursing – II में Health System in India, Healthcare services in India, Health planning in India, Specialized Community health services और Vital health statistics.

Paediatric Nursing में Concept in child healthcare, The Newborn, The Healthy child, Children with various disorders and diseases और Welfare of children जैसी topics पढ़नी होती है।

इसके बाद 6 महीने की internship करनी होती है?

इसके बारे में हमने ऊपर भी बात की कि, Gnm course के दौरान 3 वर्ष की पढ़ाई के बाद विद्यार्थियों को 6 महीने की internship करनी होती है, जिस  दौरान विद्यार्थियों को एक नर्स के तौर पर डॉक्टरों के साथ अस्पतालो आदी में काम कराया जाता है।

जिससे उन्हें nurse के कामों का अनुभव मिलता है।

विद्यार्थी इसमें अपने nurse के कामों की practice करते हैं।

उन्हें अपने काम का experience मिलता है, ताकि वे nurse का काम आगे अच्छे से कर सकें।

Conclusion

ऊपर दिए गए इस आर्टिकल में हमने GNM course की अवधी यानी कि GNM course कितने साल का होता है, इस बारे में बात की है।

Nursing में GNM एक काफी लोकप्रिय diploma nursing course है, इसके बाद विद्यार्थी nursing field में एक अच्छे career की तरफ देख सकते हैं।

GNM course में दाखिला लेने से पहले विद्यार्थियों को इस कोर्स से संबंधित इस तरह की सारी जरूरी बातें अच्छे से पता कर लेनी चाहिए।

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